नई दिल्ली: महाशिवरात्रि का महापर्व भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है, और पंचांग के मुताबिक हर साल फाल्गुन माह की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है, और इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार तिथियों के संयोग के […]
नई दिल्ली: महाशिवरात्रि का महापर्व भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है, और पंचांग के मुताबिक हर साल फाल्गुन माह की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है, और इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार तिथियों के संयोग के कारण फाल्गुन की त्रयोदशी तिथि और महाशिवरात्रि की पूजा का निशिता मुहूर्त एक-ही-दिन है. बता दें कि ऐसे में इस बार एक व्रत से दोगुना लाभ प्राप्त किया जा सकता है.तो चलिए जानते हैं इस 08 मार्च को महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है…
फाल्गुन मास में त्रयोदशी तिथि पक्ष की तिथियां 8 मार्च को दोपहर 1:19 बजे से शुरू हो रही हैं और 8 मार्च को रात 9:57 बजे तक मान्य हैं. उसके बाद महाशिवरात्रि की चतुर्दशी तिथि प्रारंभ हो रही है. बता दें कि प्रदोष में शुभ पूजा मुहूर्त के अनुसार प्रदोष व्रत 8 मार्च को ही रखा जाएगा. इसके साथ ही 8 मार्च को शुक्ल प्रदोष व्रत पूजा का सर्वोत्तम समय शाम 6:25 बजे से रात 8:52 बजे तक है.
बता दें कि महाशिवरात्रि 2024 पूजा मुहूर्त 8 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन शिव जी की पूजा का समय शाम के समय 06: 25 मिनट से 09: 28 मिनट तक है. इसके साथ ही 4 प्रहर का मुहूर्त इस प्रकार है-
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा – शाम 06 : 25 मिनट से रात 09 : 28 मिनट तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा – रात 09 : 28 मिनट से 9 मार्च को रात 12 : 31 मिनट तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा – रात 12 : 31 मिनट से प्रातः 03 : 34 मिनट तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा – प्रात: 03: 34 से प्रात: 06:37
निशिता काल का मुहूर्त – रात में 12 : 07 मिनट से 12 : 55 मिनट तक (9 मार्च 2024)
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