November 3, 2024
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Magh Pradosh Vrat 2024: जानें किस दिन रखा जाएगा फरवरी माह का दूसरा प्रदोष व्रत, देखें पूजा विधि और महत्व

Magh Pradosh Vrat 2024: जानें किस दिन रखा जाएगा फरवरी माह का दूसरा प्रदोष व्रत, देखें पूजा विधि और महत्व

  • WRITTEN BY: Tuba Khan
  • LAST UPDATED : February 18, 2024, 12:00 pm IST
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नई दिल्लीः प्रदोष व्रत महीने में दो बार किया जाता है और यह भगवान शिव को समर्पित है। प्रदोष का अर्थ है “अंधकार का अंत”। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भक्त इस शुभ दिन पर भगवान शिव और माता पार्वती का व्रत और पूजन करते हैं। इस प्रकार आप सुख, स्वास्थ्य, सफलता और मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इस महीने का आखिरी प्रदोष 21 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा.

बुध प्रदोष व्रत की पूजा विधि

प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए रखा जाता है। इस दिन आस्तिक को सुबह जल्दी उठकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। शिव परिवार की मूर्ति स्थापित करें. पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक करें । भगवान शिव को चंदन और माता पार्वती को कुमकुम का तिलक लगाएं। फल और सफेद मिश्री अर्पित करें। शिव चालीसा का पाठ करें. पूजा आरती संपन्न करें. सूर्योदय से सूर्यास्त तक कठोर उपवास रखें।

 प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व

सनातन धर्म में बुध प्रदोष व्रत का बड़ा धार्मिक महत्व है। संतान के लिए यह व्रत बहुत उपयोगी माना जाता है। ऐसा कहना है कि जो महिलाएं बच्चे की कामना करना चाहती हैं उन्हें व्रत रखना चाहिए क्योंकि इसके प्रभाव से संतान रत्न की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह व्रत संतान की सलामती के लिए भी है।

पूजन मंत्र

शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।

ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।।

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