नई दिल्ली: देश-दुनिया में इस बार जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा. इस बड़े पर्व के लिए मथुरा-वृंदावन समेत सभी घरों में धूमधाम से तैयारियां चल रही हैं. इस दिन प्रेम से भगवान श्री कृष्ण की पूजा-आराधना की जाती है और सच्ची श्रद्धा से व्रत रखा जाता है। इसके अलावा इस दिन भक्त अपनी मनोकामनाएँ प्राप्ति के लिए व्रत रखते हैं. जन्माष्टमी का व्रत बाकी व्रत की तुलना में ज्यादा कठिन माना जाता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण और माता लक्ष्मी की पूजा-आराधना करते हैं. हिन्दू धर्म के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी के लिए बाल रूप के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा का भी विधान होता है. ऐसा माना जाता है कि अगर आप विधि-विधान के साथ जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं तो बाल गोपाल के साथ मां लक्ष्मी भी आपसे प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर जमकर कृपा बरसाती हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि जन्माष्टमी पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के क्या नियम हैं.
मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के मानव अवतार थे. माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी मानी जाती हैं. ये भी सच है कि माता लक्ष्मी को तुलसी बेहद प्रिय हैं. ऐसे में पूरे विधि-विधान से तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है.
हिंदू धर्म के मुताबिक माना जाता है कि भगवान विष्णु को कमल के फूल बेहद प्रिय हैं. इसलिए आपको घर के दरवाजों को कमल के फूल से अच्छे से सजाना चाहिए और इसके साथ ही उनकी पूजा में भी ये फूल अर्पित करने चाहिए. जन्माष्टमी पर इन उपायों से भगवान भक्तों के घर को धन-धान्य से भरपूर कर देते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)
प्रकाश झा द्वारा निर्देशित वेब सीरीज आश्रम 2020 में बॉबी देओल मुख्य भूमिका में नजर…
भव्य महाकुंभ के मेले दुनियाभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस दौरान त्रिवेणी संगम पर आस्था…
उत्तर प्रदेश के इटावा में एक किशोर को जबरन किन्नर बनाने का मामला सामने आया…
गृह मंत्री शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष के इस्तीफा मांगने वाली मांग का भी जवाब दिया।…
परीक्षा पे चर्चा 2025' के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के इच्छुक छात्र 14 जनवरी 2025 तक…
जेपीसी इस बिल पर सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहन चर्चा करेगी। बताया…