जन्माष्टमी पर विशेष कृपा बरसाते हैं भगवान श्री कृष्ण और देवी लक्ष्मी, बस कर लें ये उपाय

नई दिल्ली: देश-दुनिया में इस बार जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा. इस बड़े पर्व के लिए मथुरा-वृंदावन समेत सभी घरों में धूमधाम से तैयारियां चल रही हैं. इस दिन प्रेम से भगवान श्री कृष्ण की पूजा-आराधना की जाती है और सच्ची श्रद्धा से व्रत रखा जाता है। इसके अलावा इस दिन भक्त […]

Advertisement
जन्माष्टमी पर विशेष कृपा बरसाते हैं भगवान श्री कृष्ण और देवी लक्ष्मी, बस कर लें ये उपाय

Amisha Singh

  • August 17, 2022 5:09 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: देश-दुनिया में इस बार जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा. इस बड़े पर्व के लिए मथुरा-वृंदावन समेत सभी घरों में धूमधाम से तैयारियां चल रही हैं. इस दिन प्रेम से भगवान श्री कृष्ण की पूजा-आराधना की जाती है और सच्ची श्रद्धा से व्रत रखा जाता है। इसके अलावा इस दिन भक्त अपनी मनोकामनाएँ प्राप्ति के लिए व्रत रखते हैं. जन्माष्टमी का व्रत बाकी व्रत की तुलना में ज्यादा कठिन माना जाता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण और माता लक्ष्मी की पूजा-आराधना करते हैं. हिन्दू धर्म के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी के लिए बाल रूप के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा का भी विधान होता है. ऐसा माना जाता है कि अगर आप विधि-विधान के साथ जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं तो बाल गोपाल के साथ मां लक्ष्मी भी आपसे प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर जमकर कृपा बरसाती हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि जन्माष्टमी पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के क्या नियम हैं.

 

श्री कृष्णा जी को लगाएं तुलसी के पत्तों का भोग

मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के मानव अवतार थे. माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी मानी जाती हैं. ये भी सच है कि माता लक्ष्मी को तुलसी बेहद प्रिय हैं. ऐसे में पूरे विधि-विधान से तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है.

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ में करें पूजा

हिंदू धर्म के मुताबिक माना जाता है कि भगवान विष्णु को कमल के फूल बेहद प्रिय हैं. इसलिए आपको घर के दरवाजों को कमल के फूल से अच्छे से सजाना चाहिए और इसके साथ ही उनकी पूजा में भी ये फूल अर्पित करने चाहिए. जन्माष्टमी पर इन उपायों से भगवान भक्तों के घर को धन-धान्य से भरपूर कर देते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)

यह भी पढ़ें :

बीजेपी MYY फॉर्मूला: पीएम मोदी राजस्थान बीजेपी की लगाएंगे नैया पार, चुनावों में फिर ‘MYY’ फॉर्मूला बनेगा संकटमोचन

भारत में ओमिक्रोन सबवैरिएंट BA.4 का पहला केस मिला, इन्साकाग ने की पुष्टि, जानें क्या है ये नया वैरिएंट

Advertisement