नई दिल्ली। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने वाला है। ये ग्रहण भारत में लगने वाला है, जिसकी वजह से इसका सूतक काल मान्य होने वाला है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए की चंद्रग्रहण के समय किन कामों को नहीं करना चाहिए। 9 घंटे पहले शुरु हो जाएगा शूतक काल आज साल का […]
नई दिल्ली। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने वाला है। ये ग्रहण भारत में लगने वाला है, जिसकी वजह से इसका सूतक काल मान्य होने वाला है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए की चंद्रग्रहण के समय किन कामों को नहीं करना चाहिए।
आज साल का आखिरी चंद्रग्रहण लगने वाला है, जो भारत में भी दिखाई देगा। ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है। सूतक लगने के बाद किसी भी तरह का शुभ काम या पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। भारत में सबसे पहले अरुणाचंल प्रदेश में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा।
बता दें कि देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण चंद्रग्रहण जबकि अन्य स्थानों पर आशिंक चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा। 8 नवंबर यानी आज रात जैसे की चंद्रोदय होगा ठीक उसी समय देश में चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा। भारत में चंद्रग्रहण के शुरू होने का समय 5.23 बजे हैं जो की शाम को 6.19 पर खत्म होगा।
गौरतलब है कि यह 15 दिनों के अंतराल में दूसरा ग्रहण है, इससे पहले 25 अक्टूबर को भी ग्रहण लगा था, जो की इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण था। 8 नवंबर यानी आज लगने वाला चंद्रग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, एशिया और पेसेफिक में भी दिखेगा। कार्तिक पूर्णिमा और देव दिपावली के दिन यह ग्रहण लगने वाला है। इससे पहले साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के एक दिन बाद कार्तिक अमावस्या के दिन लगा था।
साल के आखिरी चंद्रग्रहण के शुरु होने से 9 घंटे पहले सूतक लग जाएगा। शास्त्रों में सूतक के समय को अशुभ माना गया है, इसलिए सूतक लगने के बाद किसी भी तरह का शुभ काम या पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। इसके अलावा खाना पकाने और खाने में भी मनाही है। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप और इसके बाद गंगाजल से स्नान करना चाहिए। चंद्रग्रहण के समाप्ति पर पूरे घर में पवित्र गंगाजल से छिड़काव करना चाहिए।
1 ग्रहण के समय कभी भी कोई शुभ काम और भगवान की पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए।
2 चंद्रग्रहण के समय न तो भोजन पकाना चाहिए और न ही भोजन ग्रहण करना चाहिए।
3 इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए और चंद्रग्रहण नहीं देखना चाहिए।
4 ग्रहण के दौरान तुलसी का पौधा और अन्य पेड़ों नहीं छूना चाहिए।