Labh Panchami 2019: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सौभाग्य पंचमी या लाभ पंचमी भी कहा जाता है. गुजरात राज्य में इस त्योहार की सबसे अधिक मान्यता होती है. इस लाभ पंचमी, के दिन पूजा करने से मनुष्य के जीवन में सुख और समृद्धि आती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है.
नई दिल्ली. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सौभाग्य पंचमी या लाभ पंचमी भी कहा जाता है. गुजरात राज्य में इस त्योहार की सबसे अधिक मान्यता होती है. इस लाभ पंचमी, के दिन पूजा करने से मनुष्य के जीवन में सुख और समृद्धि आती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन शिव की पूजा करने से सभी सांसारिक कामनाएं पूरी होती हैं साथ ही घर में सुख और शांती आती है. इस बार लाभ पंचमी का ये पर्व एक नवंबर को पड़ रहा है.
मान्यता है कि लाभ पंचमी वाले दिन भगवान गणेश की उपासना करने से सौभाग्य की प्राप्ती होती है. इसके साथ ही कार्तिक शुक्ल पंचमी के दिन जो मनुष्य मन से भगवान शिव और गणेश की पूजा करता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. कुछ जगहों पर दीपावली के दिन नए साल की शुरुआत होती है और सौभाग्य पंचमी वाले दिन व्यापार और कारोबार में तरक्की-विस्तार के लिए शुभ माना जाता है.
कैसे करें लाभ पंचमी की पूजा
लाभ पंचमी के दिनन सुबह उठकर स्नानादि करें और सूरज को जल चढ़ाएं.
इसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान शिव और गणेश की प्रतिमाओं की पूजा करें.
सुपारी पर मौली लपेटकर चावल के अष्दल पर श्रीगणेश के रूप में विराजित करें.
चंदन, सिंदूर, अक्षत, फूल, दूर्वा से भगवान गणेश की पूजा करें.
भगवान शिव को भस्म, बिल्वपत्र, धतूरा, सफेद वस्त्र अर्पित करें.
गणेश जी को मोदक और शिवजी को दूसरे सफेद पकवान का भोग लगाएं.
शुभ मुहूर्त
लाभ पंचमी तिथि- 1 नवंबर
पंचमी तिथि की शुरुआत- 01:01 AM(1 नवंबर)
पंचमी तिथि का समापन- 12:51 AM(2 नवंबर)
पूजा का शुभ मुहूर्त- 06:36 AM- 10:19AM तक
पूजा की अवधि- 3 घंटे 43 मिनट तक
https://www.youtube.com/watch?v=4CFv3jl7CFc
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