Krishna Janmashtami 2019: इस साल 24 अगस्त को देशभर में जन्माष्टमी मनाई जाएगी. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन मौके पर भगवान कान्हा की मोहक छवि देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु श्री कृषाण जन्मस्थल मथुरा पहुंचते हैं. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर मथुरा कृष्णामय हो जाता है. मंदिरों को खास तौर पर सजाया जाता है. इस दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और 56 भोग भी लगाया जाता है.
नई दिल्ली. Krishna Janmashtami 2019: कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार जल्द ही आने वाला है. इस साल जन्माष्टमी 24 अगस्त 2019 को मनाई जाएगी. कृष्ण जन्माष्टमी को कृष्णाष्टमी, गोकुलाष्टमी, कन्हैया अष्टमी, कन्हैया आठें, श्री कृषाण जयंती और श्रीजी जयंती नामों से भी जाना जाता है. हिन्दू शास्त्रों के अनुसार श्री कृष्ण ने अपना अवतार भाद्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में लिया था.
श्री कृष्ण के जन्मदिन पर हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले और भगवान कृष्ण को अपना आराध्य मानने वाले जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं. इस दिन भक्त भगवान श्री कृष्ण के लिए उपवास रखते हैं और उनके जन्म के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं. इस खास मौके पर मंदिरों में झांकियां सजाई जाती है और कान्हा को झूला झुलाया जाता है. इस त्यौहार के दौरान भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान मथुरा-वृंदावन में रासलीला का आयोजन किया जाता है.
कृष्ण जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त- Krishna Janmashtami Subh Muhurat
इस साल जन्माष्टमी 24 अगस्त 2019 को मनाई जाएगी.
जन्माष्टमी का निशीथ पूजा महुर्त- 25 अगस्त रात 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक
पूजा की कुल अवधि- 44 मिनट
जन्माष्टमी पारण मुहुर्त- 25 अगस्त सुबह 05 बजकर 54 मिनट के बाद
https://youtu.be/HsLGuy_2mdI
जन्माष्टमी का महत्व
भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जो त्यौहार मनाया जाता है, उसे कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से जानते हैं. इस दिन कृष्ण का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. पौराणिक कथा क अनुसार श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि को हुआ था. इसलिए भाद्रपद मास में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी को यदि रोहिणी नक्षत्र का भी संयोग हो तो वह और भी शुभ माना जाता है.
https://youtu.be/2PtehEQ236c