नई दिल्ली: हमारे सनातन धर्म में दिवाली का बेहद बड़ा महत्व माना जाता है. ये त्योहार धनतेरस के दिन से शुरू होता है और भाई दूज पर खत्म होता है. धनतेरस के दिन हम सब धन के देवता कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. माना जाता है कि दिन सच्चे […]
नई दिल्ली: हमारे सनातन धर्म में दिवाली का बेहद बड़ा महत्व माना जाता है. ये त्योहार धनतेरस के दिन से शुरू होता है और भाई दूज पर खत्म होता है. धनतेरस के दिन हम सब धन के देवता कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. माना जाता है कि दिन सच्चे मन व स्नेह से पूजा-अर्चना करते हैं तो हमारे परिवार पर बरकत होती है.
धनतेरस को लेकर हम सब के बीच तमाम तरह की मान्यताएं देखने को मिल जाती है. इन दिन चांदी के बर्तन खरीदना काफी शुभ माना जाता है. तो वहीं बहुत सारे लोग इस दिन झाड़ू भी खरीदते हैं. आइये हम आपको बताते हैं कि इस दिन झाड़ू क्यों खरीदी जाती है.
शास्त्रों व मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन जिस चीज़ की भी खरीदारी होती है उसमें आगे चलकर तेरह गुना बढ़ोत्तरी होती है. अब आपको बता दें कि मत्स्य पुराण में झाड़ू को धन की देवी माँ लक्ष्मी का रूप माना जाता है. ऐसे में घर की झाड़ू आपके घर की तंगी को दूर करती है.
धनतेरस के मौके पर झाड़ू खरीदने को लेकर एक ऐसी मान्यता यह है कि घर में झाड़ू लाने से धन की देवी माँ लक्ष्मी घर छोड़कर नहीं जाती हैं. इससे आपके पुराने कर्ज से छुटकारा मिलता है. इतना ही इसे अपने घर लाने से सकारात्मता का प्रवाह होता है.
धनतेरस के दिन माना जाता है कि सोने व चांदी के सामान की खरीदारी खरीदारी करनी चाहिए। ये काफी शुभ माना गया है. इस दिन कई सारे लोग नए कपड़े भी खरीदते हैं. इतना ही नहीं अगर आप कोई गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं तो धनतेरस का दिन इसके लिए बेहद अच्छा व खास है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)