माघ पूर्णिमा 31 जनवरी को है. माघ पूर्णिमा का खास महत्व होता है. इस साल वर्ष का पहला ग्रहण भी पूर्णिमा के दिन ही है. माघ पूर्णिमा के दिन स्नान व दान करने से भगवान विष्णु की कृपा बरसती है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान किसी भी देवी देवताओं की पूजा नहीं की जाती साथ ही किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते.
नई दिल्ली. आज देश भर में माघ की पूर्णिमा मनाई जा रही है. वैसे तो साल भर में 12 पूर्णिमा आती हैं लेकिन माघ की पूर्णिमा का खास महत्व होता है. लेकिन इस बार पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है. जैसा कि हर पूर्णिमा में दान और स्नान का महत्व होता है ठीक वैसे ही माघ माह की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. हिंदू धर्म के अनुसार 11वें माह में कर्क राशि में चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से शोभायमान होकर अमृत वर्षा करते हैं. ऐसी मान्यताएं है कि इस दिन स्नान और दान करने से सूर्य और चंद्रमा ग्रहण के अशुभ फलों और दोषों से मुक्ति मिल जाती है.
माघ के महीने को पवित्र माह माना जाता है. इस महीने की पूर्णिमा के दिन माघ मेले का आयोजन होता है जिस हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है. आज देश भर में माघ पूर्णिमा मनाई जा रही है. इस दिन चंद्र ग्रहण भी है जिसकी वजह से जो लोग पूर्णिमा का व्रत और पूजा चौदस कर चुके हैं या इस व्रत को चंद्र ग्रहण लगने से पहले ही समाप्त कर लें. हिंदू मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि ऐेसे में किसी भी देवी देवताओं की पूजा नहीं की जाती. साथ ही किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते. सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण दोनों में ही किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं होते. साथ ही ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं भी घर से बाहर नहीं निकलती.
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