नवरात्रि स्पेशलः अद्भुत है उत्तराखंड का कसार देवी मंदिर, मां दुर्गा की शक्तियां देख वैज्ञानिक भी हैं हैरान

नवरात्रि के अवसर पर आज हम आपको देवी के उस धाम के बारे में बताते हैं जहां चुंबकीय शक्तियां मौजूद हैं. देवभूमि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में कसार देवी विदेशियों की आस्था का भी केंद्र है. नासा के वैज्ञानिक भी यहां शोध कर रहे हैं. विदेशी साधकों ने जप,तप और ध्यान के लिए इसे अपना अस्थाई ठिकाना बना लिया है.

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नवरात्रि स्पेशलः अद्भुत है उत्तराखंड का कसार देवी मंदिर, मां दुर्गा की शक्तियां देख वैज्ञानिक भी हैं हैरान

Aanchal Pandey

  • March 18, 2018 10:42 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

अल्मोड़ाः देवभूमि उत्तराखंड के मंदिर न केवल देश बल्कि विदेशों में भी जाने जाते हैं. प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाने वाले इस छोटे से प्रदेश में अभी कई ऐसी जगह हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं उनमें से एक राज्य की सांस्कृति राजधानी अल्मोड़ा की सुंदर वादियों के बीच बना कसार देवी मंदिर. नवरात्रि के शुभ अवसर पर जगत का पालन करने वाली देवी दुर्गा के ऐसे मंदिर के बारे में बताते हैं जिसकी अनोखी शक्तियों से नासा के वैज्ञानिक भी हैरान हैं.

कसार देवी की स्थापना दूसरी सदी की मानी जाती है. ऐसी मान्यता है कि यहां भगवती दुर्गा यहां साक्षात प्रकट हुईं थी. मंदिर की खास बात है कि ये भारत की एकमात्र और दुनिया की तीसरी ऐसी जगह हैं जहां चुम्बकीय शक्तियां मौजूद हैं. बता दें कि नासा के वैज्ञानिक भी यहां शोध कर चुके हैं लेकिन वे इस रहस्य को समझने में नाकाम रहे.

क्या है मान्यता

मंदिर के लिए मान्यता है कि ढाई हजार पहले मां दुर्गा ने शुंभ और निशुंभ नामक दो राक्षसों का वध करने के लिए कात्यायनी रूप धारण किया था. जिसके बाद इसकी मान्यता कासरी देवी के जाना जाने लगा जिसे कसार देवी भी कहा जाता है. कसार देवी का मंदिर अल्मोड़ा शहर से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. देवी का यह अद्भुत धाम कसाय पर्वत पर स्थित है. पर्यावरण की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार इस मंदिर के आसपास का क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है जिसकी वजह से यहां चुम्बकीय शक्तियां मौजूद हैं जो ध्यान और तप के लिए उत्तम जगह होती है. इस जगह पर स्वयं विवेकानंद ने भी ध्यान किया था.

कुछ लोग बताते हैं कि बड़ी संख्या में विदेशी साधकों ने अस्थाई ठिकाना भी यहां बना लिया है. नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तराखंड में अल्मोड़ा स्थित कसार देवी शक्तिपीठ, दक्षिण अमेरिका के पेरू स्थित माचू-पिच्चू और इंग्लैंड के स्टोन हेंग अदभुत चुंबकीय शक्ति के केंद्र हैं. इन तीनों जगहों पर चुंबकीय शक्ति का विशेष पुंज है. नासा के वैज्ञानिक चुम्बकीय रूप से इन तीनों जगहों के चार्ज होने के कारणों और प्रभावों पर शोध कर रहे हैं.

कैसे पहुंचे

अल्मोड़ा के लिए दिल्ली से सीधी बस सेवा है साथ ही अगर आप ट्रेन से जाना चाहें तो दिल्ली से काठगोदाम या हल्द्वानी तक ट्रेन से जाएं जिसके बाद आपको वहां से अल्मोड़ा के लिए गाड़ियां मिल जाएंगी. अल्मोड़ा पहुंच कर आप यहां से गाड़ी लेकर कसार देवी जा सकते हैं. 

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