नई दिल्ली. त्योहारी सीज़न चल रहा है, इस समय कई सारे त्योहार लाइन से आने वाले हैं, हाल ही में नवरात्रि खत्म हुई है और अब लोगों को दिवाली का इंतज़ार है, लेकिन दिवाली से पहले ही महिलाओं का एक ख़ास पर्व पड़ रहा है और वो है करवा चौथ. करवा चौथ का पर्व महिलाओं […]
नई दिल्ली. त्योहारी सीज़न चल रहा है, इस समय कई सारे त्योहार लाइन से आने वाले हैं, हाल ही में नवरात्रि खत्म हुई है और अब लोगों को दिवाली का इंतज़ार है, लेकिन दिवाली से पहले ही महिलाओं का एक ख़ास पर्व पड़ रहा है और वो है करवा चौथ. करवा चौथ का पर्व महिलाओं के लिए बेहद ख़ास होता है. पूरे साल महिलाऐं इस पर्व का इंतज़ार करती हैं. इस बार करवा चौथ का पर्व 13 अक्टूबर यानी आज मनाया जा रहा है.
अगर आप पहली बार करवाचौथ का व्रत रखने जा रही हैं, तो एक बार ज्योतिषी से जरूर सलाह ले लें. दरअसल कई ज्योतिषियों का कहना है कि शुक्र के अस्त होने के कारण इस बार पहला करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए और न ही व्रत की शुरुआत करनी चाहिए, इसलिए आप व्रत से पहले ज्योतिष की सलाह ज़रूर लें.
करवा चौथ के दिन सबुह बिना नहाए भोर में चार से पांच बजे के बीच सरगी खाने का रिवाज हैं, कहा जाता है कि सरगी सास अपनी बहु को देती है. अगर आप पहली बार करवाचौथ का व्रत कर रही हैं और उसमें सरगी खा रही हैं तो आपको सरगी में ऐसी चीजें रखनी चाहिए जिससे आपको पूरे दिन ताकत मिले, जैसे केला, अनार, मेवे, खीर या सेवईं आदि. सरगी के बाद पूरे दिन कुछ खाया-पिया नहीं जाता और पूरे दिन व्रत रखना होता है. वहीं, ये भी ध्यान रखें कि जब आप अपना व्रत खोल लें, तो उसके बाद तुरंत ढेर सा खाना न खा लें. आपको खाना खाने से पहले जूस या नीम्बू पानी पीए.
करवा चौथ का पूजा मुहूर्त शाम शाम 6:00 बजे से 7:30 बजे तक और रात 8:00 बजे से 9:20 बजे तक रहने वाला है.
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