नई दिल्ली : हिंदू धर्म में करवा चौथ के पर्व का बहुत महत्त्व होता है. ये पर्व हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत […]
नई दिल्ली : हिंदू धर्म में करवा चौथ के पर्व का बहुत महत्त्व होता है. ये पर्व हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं. सोलह श्रृंगार कर इस दिन महिलाएं भगवान शिव, मां पर्वती और प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करती हैं. आइये बताते हैं इस साल कब पड़ने वाला है करवा चौथ और क्या है शुभ मुहूर्त.
हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल (2022 को) 13 अक्टूबर, गुरुवार के दिन पड़ रही है. चतुर्थी तिथि की शुरुआत 13 अक्टूबर को देर रात को 1 बजकर 59 मिनट से होगी और वहीं चतुर्थी तिथि का समापन 14 अक्टूबर को तड़के 3 बजकर 8 मिनट पर होने वाला है. इस साल चंद्रोदय व्यापिनी मुहूर्त भी 13 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रहा है. ऐसे में करवा चौथ भी इसी दिन मनाया जाएगा.
इस साल करवा चौथ पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 54 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 09 मिनट तक रहने वाला है. यानी करवा चौथ की पूजा के लिए आपको 1 घंटे और 15 मिनट का समय मिलेगा. इस दिन इसी शुभ मुहूर्त पर करवा चौथ की पूजा करना बेहतर रहेगा. बता दें, करवाचौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 09 मिनट है.
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार ये पर्व काफी महत्त्व रखता है. सनातन धर्म की मान्यता है कि इस दिन जो विवाहित सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखेंगी और पूरी श्रद्धा व समर्पण के साथ चंद्रमा को अर्घ्य देंगी उसके पति को लंबी आयु का वरदान प्राप्त होगा. मान्यता है कि ऐसी महिलाओं का वैवाहिक जीवन भी काफी मजबूत रहेगा. इस दिन अगर सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर पूजा करती हैं तो उन्हीं अमर सुहाग का वरदान प्राप्त होता है.
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