Karva Chauth Vrat Katha: इस बार 17 अक्टूबर का है करवा चौथ, महिलाएं जरूर पढ़ें ये करवा चौथ हिंदी व्रत कथा

Karva Chauth Vrat Katha: करवा चौथ 2019 इस बार 17 अक्टूबर को पड़ रही है. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए माता करवा और भगवान गणेश की पूजा करते हैं. जानिए करवा चौथ की तिथि, शुभ मुहूर्त और करवा चौथ कथा.

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Karva Chauth Vrat Katha: इस बार 17 अक्टूबर का है करवा चौथ, महिलाएं जरूर पढ़ें ये करवा चौथ हिंदी व्रत कथा

Aanchal Pandey

  • July 30, 2019 5:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

ई दिल्ली. करवाचौथ का महिलाएं बेसब्री से इंतजार करती हैं. साल 2019 में करवाचौथ व्रत 17 अक्टूबर को होगा. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए कामना करती हैं. इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं. ऐसी कामना है कि इस दिन व्रत करने से पति पत्नी के संबंध मधुर होते हैं और पति की आयु लंबी होती हैं. इन माता करवा की पूजा की जाती हैं और रात को चांद को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं. जानिए करवा चौथ की कथा.

करवा चौथ कथा
मान्यताओं के मुताबिक एक साहूकार के सात बेटे और एक बेटी थी. एक बार घर की महिलाओं ने करवा चौथ के दिन व्रत रखा. घर में साहूकार की पत्नी, बहुओं और बेटी ने इस दिन पूरी विधि के साथ माता करवा का व्रत कर पूजा की. त्यौहार के मौके पर घर में खूब पकवान आदि बने. जब खाने का समय हुआ तो सभी भोजन करने के लिए बैठें, भाईयों ने अपनी बहन से भी कहा कि उनके साथ में भोजन करें.

सभी ने बहन को कई बार भोजन के लिए कहा लेकिन बहन ने कहा कि भाई अभी चांद नहीं निकला है, वह चांद निकलने और उसे अर्घ्य देकर ही भोजन करेगी. इसके बाद उसके भाईओ की बहन की चिंता हुई कि बहन ने सारे दिन से कुछ नहीं खाया है. जिसके बाद बहन की चिंता ने भाईयों ने एक तकरीब निकाली. उन्होंने तय किया कि घर से दूर नगर में जाकर आग जला दी और छलनी लाकर बहन को उसमें से प्रकाश दिखाकर कहा कि बहन चांद निकल आया है कि अर्घ्य दे दो.

भाईओं के इस छल के बारे में सातों भाभियों को पता था और उन्होंने बहन को मना भी किया. भाभियों ने कहा कि बाई जी! अभी चांद नहीं निकला है, तेरे भाई तेरे से धोखा कर रहे हैं. लेकिन उसने भाभी की बात नहीं मानी और अर्घ्य देकर भोजन कर लिया. ऐसा करने से भगवान गणेश नाराज हुए कुछ दिनों बाद उसका पति बहुत बीमार हो गया. इस कारण उनके घर में काफी दुख हुआ. इतना ही नहीं उसके पति के प्राण भी ले लिया.

इसके बाद बहन को पता चला तो उसने विधिवत रूप से गणेश भगवन की पूजा की और उसने क्षमा मांगी जिसके बाद भगवान ने उसके पति के प्राण वापस दिए. इसके बाद से ही करवा चौथ का व्रत प्रचलित होने लगा.

करवा चौथ 2019 तिथि शुभ मुहूर्त
17 अक्तूबर
करवा चौथ पूजा मुहूर्त- 17:46 से 19:02
चंद्रोदय- 20:20
चतुर्थी तिथि आरंभ- 06:48 (17 अक्तूबर)
चतुर्थी तिथि समाप्त- 07:28 (18 अक्तूबर)

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