Karva Chauth 2020 Sargi: करवा चौथ एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जहां महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं. यह हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष चतुर्थी के दौरान आता है. विवाहित महिलाएं सुबह जल्दी उठती हैं और 4 बजे सुबह में सरगी खाती हैं
नई दिल्ली. Karva Chauth 2020 Sargi: करवा चौथ एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जहां महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं. यह हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष चतुर्थी के दौरान आता है. विवाहित महिलाएं सुबह जल्दी उठती हैं और 4 बजे सुबह में सरगी खाती हैं, जो एक पारंपरिक भोजन है जो उन्हें अपनी सास से प्राप्त होता है. इस साल करवा चौथ 4 नंवबर को है.
इस दिन उसे आशीर्वाद देने और उसे शुभकामनाएं देने के लिए सरगी सास बहू ’के लिए तैयार करती हैं ताकि वह व्रत पूरा कर सके. महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत (भोजन और पानी के बिना) का पालन करती हैं और एक सारगी ही वे दिन भर खाती हैं. एक आदर्श सरगी एक थली है जिसमें मिठाइयां और सेवइया होती हैं और इस पर ड्राई फ्रूट्स, नारियल, सेवइयां, मिठाई, फल और साड़ी और ज्वेलरी के उपहार मिल सकते हैं.
सरगी वह भोजन है जो महिला द्वारा खाया जाता है जो सुबह 4 बजे स्नान करने के बाद खाया जाता है इसके बाद पूरे दिन निर्जला उपवास करती हैं. यह भोजन सास द्वारा तैयार किया जाता है,सरगी में मीठे और नमकीन दोनों तरह के व्यंजन हैं. सरगी थली में फनी या मीठी सेवइयां, फल, नारियल, मेथी मठरी, ड्राई फ्रूट्स, मठरी, पराठा, मिठाई और चाय / जूस शामिल हैं.
सरगी सास काहोता है आशीर्वाद
वैसे तो सरगी का अधिकार सास का ही है. सास ही अपनी बहू को सरगी देती है. सरगी एक तरह से उनका आशीर्वाद ही होता है. लेकिन अगर किसी की सास न हो तो घर की कोई भी बुजुर्ग महिला जिन्हे आप सास का दर्जा देती हों वो आपको सरगी दे सकती हैं. इसके अलावा अगर आप किसी कारणवश सास से दूर हैं तो सास आपको पैसे भेज सकती है. जिससे आप खुद ही सरगी का सामान उनकी तरफ से खरीद लें.
हालांकि सरगी थाली को पीछे वैज्ञानिक कारण हैं कि आपको इसमें कुछ खाने की चीजे को शामिल करना चाहिए.
सेवइयां और अन्य हल्के पके हुए भोजन: वह आपको दिन भर ऊर्जावान बनाए रखते हैं. पकी हुई सब्जियां या हलवा भी कभी-कभी शामिल किया जाता है.
मिठाई : अपने दिन की शुरुआत कुछ मीठे के साथ करना शुभ माना जाता है और मिठाई का एक डब्बा हमेशा आपकी आत्मा को सुकून देता है, जिसका व्रती महिलाएं निश्चित रूप से कर सकती हैं.
फल: इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है और यह आपको निर्जला व्रत के दौरान हाइड्रेटेड रखता है. वे फाइबर में भी समृद्ध हैं और आपको लंबे समय तक पूर्ण रहने में मदद करते हैं.
ड्राई फ्रूट्स: किशमिश और नट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं, जो आपको पूरे दिन सक्रिय रहने में मदद करेंगे.
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