नई दिल्ली, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, गोकुल और वृन्दावन में आज कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. ऐसे में आइए आपको जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त बताते हैं: जन्माष्टमी पर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.32 AM से शुरू होगा और 05.16 […]
नई दिल्ली, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, गोकुल और वृन्दावन में आज कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. ऐसे में आइए आपको जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त बताते हैं:
जन्माष्टमी पर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.32 AM से शुरू होगा और 05.16 AM तक रहेगा.
वहीं, अभिजित मुहूर्त 19 अगस्त दोपहर 12.04 PM बजे से 2.56 PM तक रहेगा.
गोधूलि मुहूर्त सुबह 06.47 PM से 07.11 PM तक रहेगा.
वास्तु में मोर पंख को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है, ऐसे में वास्तु के मुताबिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन घर में मोर पंख लाने से ना सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा आती है, बल्कि घर से वास्तु दोष भी खत्म होता है. घर में मोर पंख रखना बहुत ही शुभ माना जाता है. वास्तु के मुताबिक घर के मुख्य द्वार पर मोर पंख लगाने से उस घर को किसी की भी बुरी नजर नहीं लगती है. वहीं, मोर पंख के प्रभाव से परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है.
जन्माष्टमी पर सुबह स्नान करके व्रत या पूजा का संकल्प लें, आप चाहे तो जलाहार या फलाहार के साथ भी यह उपवास रख सकते हैं. मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण की धातु की प्रतिमा को किसी पात्र में रखें, इस प्रतिमा को दूध, दही, शहद, शक्कर और अंत में घी से स्नान कराएं. इसे पंचामृत भी कहा जाता है. इसके बाद कान्हा को जल से स्नान कराएं, फिर भगवान को फल और फूल अर्पित करें. ध्यान रखें अर्पित की जाने वाली चीजें शंख में डालकर ही अर्पित करें. ख्याल रहे काले या सफेद वस्त्र धारण करके पूजा ना करें.