नई दिल्ली: यात्रा पर निकलते समय अक्सर कुछ ऐसे संकेत होते हैं जिनसे आप शुभ और अशुभ की पहचान आसानी से कर सकते हैं। बता दें, शकुन शास्त्र में जीवन से जुड़े कई ऐसे संकेत बताए गए हैं, जिनसे आप यह पहचान सकते हैं कि आपके जीवन में क्या शुभ या अशुभ हो रहा है। […]
नई दिल्ली: यात्रा पर निकलते समय अक्सर कुछ ऐसे संकेत होते हैं जिनसे आप शुभ और अशुभ की पहचान आसानी से कर सकते हैं। बता दें, शकुन शास्त्र में जीवन से जुड़े कई ऐसे संकेत बताए गए हैं, जिनसे आप यह पहचान सकते हैं कि आपके जीवन में क्या शुभ या अशुभ हो रहा है।
मसलन, यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए यात्रा पर निकल रहे हैं, वह सफल होगा या नहीं…..क्या वह सुखद होगा या दर्दनाक। ऐसे में आप जानवरों और पक्षियों से मिलने वलए संकेतों या यात्रा के दौरान कुछ घटनाओं से इसकी पहचान कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में।
आपने भी ज़रूर सुना होगा, अगर आप किसी जरूरी काम से जा रहे हैं और बिल्ली रास्ता काट जाए तो यह अपशकुन माना जाता है। माना जाता है कि इससे उनके काम में बाधा आ सकती है। ऐसे में बहुत ही संभलकर काम लेना चाहिए। आपके साथ कुछ बुरा हो सकता है।
सफर पर निकलने से पहले अगर आपको टूटा हुआ शीशा दिखाई दे या जाते समय अचानक शीशा टूट जाए तो यह अपशकुन माना जाता है। ऐसे में यात्रा को टाल देना ही सबसे अच्छा माना जा रहा है। अगर जाना बहुत जरूरी हो तो भगवान गणेश को मन में याद करें और फिर निकल जाएँ माना जाता है कि इस तरह से सभी बाधाएँ दूर हो जाती हैं।
अगर आप यात्रा पर जा रहे हैं और बर्तन से गर्म दूध गिरते हुए देखते हैं तो यह अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। अगर ऐसा होता है तो कुछ देर के लिए रुक जाएँ या काम को टाल दें। इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव का स्मरण करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
अशुभ संकेतों के बाद अब बात करते हैं यात्रा से जुड़े शुभ संकेतों की। ऐसा माना जाता है कि यदि आप यात्रा पर जाते हैं और मंदिर के पुजारी या पीले रंग की पोशाक में एक महिला देखते हैं, तो यह एक शुभ संकेत है। इसी वजह से यह इस बात का संकेत माना जाता है कि आपका काम बिना किसी बाधा के पूरा होगा।
(Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)