नई दिल्ली: कार्तिक माह में तुलसी के पौधे का खास महत्व होता है। हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा की जाती है और इसे शुभ माना जाता है। लेकिन जैसे ही सर्दी बढ़ने लगती है, तुलसी के पौधे की पत्तियां मुरझाने लगती हैं और कई बार पौधा सूखने की कगार पर आ जाता है। अगर आपके घर में भी तुलसी मुरझा रही है तो चिंता मत करें। आइए जानते हैं कुछ आसान और प्रभावी उपाय के बारे में जिनसे आप तुलसी को फिर से हरा-भरा कर सकते हैं।
तुलसी के पौधे को धूप की आवश्यकता होती है, लेकिन सर्दियों में बहुत ज्यादा ठंडक और पाले से बचाना भी जरूरी है। इस मौसम में पौधे को ऐसी जगह पर रखें जहां उसे सुबह की हल्की धूप मिले और ठंडी हवा सीधी न लगे। अगर आपके पास बालकनी है तो वहां पौधे को रख सकते हैं।
सर्दियों में तुलसी के पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी देना नुकसानदायक हो सकता है। इस मौसम में मिट्टी का ज्यादा गीला रहना पौधे को कमजोर कर सकता है। पौधे को तब ही पानी दें जब मिट्टी सूखने लगे। ध्यान रखें कि तुलसी की जड़ें बहुत संवेदनशील होती हैं, इसलिए पानी की मात्रा का सही संतुलन बनाए रखें।
मिट्टी का सही पोषण पौधे की सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर तुलसी मुरझा रही है, तो आप गमले की मिट्टी में कुछ जैविक खाद (जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट) मिला सकते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी और पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे, जो उसे हरा-भरा बनाए रखने में मदद करेंगे।
तुलसी के पौधे की पुरानी और मुरझाई हुई पत्तियों को समय-समय पर हटाना चाहिए। इससे नए पत्तों को बढ़ने का मौका मिलता है और पौधा तेजी से हरा-भरा होता है। इसके अलावा, पौधे की ऊपरी शाखाओं को हल्का छांटने से भी नए अंकुर निकलते हैं, जिससे पौधा घना और मजबूत होता है।
तुलसी का पौधा आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कार्तिक माह में तुलसी माता की पूजा का खास महत्व है। प्रतिदिन तुलसी को जल अर्पण करें और उसके पास बैठकर मंत्रोच्चार करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो पौधे को भी प्रभावित करती है और उसकी सेहत को बेहतर बनाती है।
तुलसी को घरेलू किचन वेस्ट से बनी जैविक खाद देना बहुत लाभकारी हो सकता है। आप सब्जियों के छिलके, चाय की पत्तियां और अंडे के छिलकों को सुखाकर पौधे की जड़ों के पास डाल सकते हैं। इससे पौधे को प्राकृतिक पोषण मिलता है और वह तेजी से बढ़ता है।
अगर तुलसी के पौधे पर कीड़े लगने लगे हैं, तो प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग करें। आप नीम के तेल का स्प्रे बना सकते हैं या लहसुन और अदरक के रस को पानी में मिलाकर पौधे पर छिड़क सकते हैं। इससे कीटों से बचाव होता है और तुलसी स्वस्थ रहती है।
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