नई दिल्ली: भारत में कई ऐसी डरावनी और भूतिया जगहें हैं जिनके बारे में लोगों को कम ही जानत है. आपने देश के कुछ भूतिया किले और भूतिया रेलवे स्टेशन के बारे में सुना ही होगा. मगर आपने सोचा है कि ऐसी एक झील भी है. जो दिखने में बेहद खूबसूरत लगती हो मगर उसके […]
नई दिल्ली: भारत में कई ऐसी डरावनी और भूतिया जगहें हैं जिनके बारे में लोगों को कम ही जानत है. आपने देश के कुछ भूतिया किले और भूतिया रेलवे स्टेशन के बारे में सुना ही होगा. मगर आपने सोचा है कि ऐसी एक झील भी है. जो दिखने में बेहद खूबसूरत लगती हो मगर उसके अन्दर छुपे हो कई गहरें राज. उत्तराखंड में मौजूद इस झील का नाम रूपकुंड है, जिसके राज जानकर आपके भी होश उड़े के उड़े रह जाएगे.
हिमालय में मौजूद हर एक चीजें खुबसूरत सपने जैसी लगती हैं. हिमालय में मौजूद टूरिस्ट डेस्टिनेशन में हर साल लाखों लोग घूमने जाते हैं. मगर यहां पर एक ऐसी झील भी है. जो अनसुनी अनदेखी झीलो में से एक है जिसके पास जाते ही डर का एहसास करते है. इस झील को कंकालों की झील भी कहते हैं इस झील का नाम रूपकुंड झील है जो की समुद्र तल से करीब 16,500 फीट की ऊंचाई स्थित है. ये त्रिशुल पर्वत के निचले भाग उत्तराखंड में उपस्थित है. ये झील दूर से तो बहुत ही अच्छी लगेगी मगर इसके अंदर झांकते ही रूह कांप उठेगी क्योंकि झील के अंदर पानी के साथ मौजूद है सैकड़ों कंकाल.
कांकालो से भरी है झील
झील पर्वत इलाके में होने की वजह से साल भर जमी रहती है, मगर मौसम के हिसाब से पिघलती भी है और अपने आकार से छोटी-बड़ी होती रहती है. गर्मी के दिनों में जब बर्फ पिघलती है तो अंदर दबे कंकाल नजर आने लगते हैं फिर बर्फ जमते ही दिखाई देना बंद हो जाती है. एक रिपोर्ट के अनुसार यहां लगभग 600-800 लोगों के कंकाल पाए गए हैं. कुछ कंकालों पर बर्फ में दबे रहने की वजह से मांस भी मौजूद है. इस झील को सरकार भी रहस्यमयी बताती है रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे पहले 1942 में ब्रिटिश वन क्षेत्रपाल को यहां कंकाल दिखाई दिए थे