नई दिल्ली: हिंदू धर्म में माता सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है. जिनकी कृपा से मनुष्य को जीवन में बुद्धि और विवेक प्राप्त होती है. बता दें कि बुद्धि, ज्ञान, संगीत और कला की देवी मानी जाने वाली हंसवाहिनी मां सरस्वती की पूजा के लिए वसंत पंचमी का त्योहार बहुत ही शुभ माना […]
नई दिल्ली: हिंदू धर्म में माता सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है. जिनकी कृपा से मनुष्य को जीवन में बुद्धि और विवेक प्राप्त होती है. बता दें कि बुद्धि, ज्ञान, संगीत और कला की देवी मानी जाने वाली हंसवाहिनी मां सरस्वती की पूजा के लिए वसंत पंचमी का त्योहार बहुत ही शुभ माना गया है. दरअसल इस बसंत पंचमी त्योहार को किसी भी प्रकार की कला या पढ़ाई-लिखाई की शुरुआत के लिए बेहद ही शुभ और फलदायी माना जाता है. हालांकि इस साल वसंत पंचमी 14 फरवरी के दिन पड़ने जा रहा है. बता दें कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करें, जिससे बच्चों का मन लगे पढ़ाई में तो आइए जानते है इन उपायों के बारे में…
बता दें कि यदि आपका बच्चा पढ़ाई से जी चुराता है या उसका पढ़ाई में बिलकुल भी मन नहीं लगता है, तो वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को बच्चे के हाथ से पीले रंग के फल अर्पित करवाएं, और साथ ही माता सरस्वती का एक चित्र बच्चे के स्टडी टेबल के पास जरूर लगाएं. हालांकि इससे पढ़ाई में उसका मन लगने लगेगा.
दूसरा उपाय ये है कि विद्यार्थी का मन अगर पढ़ाई में नहीं लगता है तो उन्हें वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती के मूल मंत्र ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः का जाप जरूर करना चाहिए, इससे लाभ भी मिलेग. हालांकि यदि आपके बच्चे की वाणी साफ़ नहीं है, और थोड़ा रुक कर बोलता है तो वसंत पंचमी के दिन उसकी जिह्वा पर चांदी की सलाई और पेन की नोक से केसर द्वारा ऊं ह्रीं श्री सरस्वत्यै नमः’ मंत्र लिखे, और इस उपाय को करने से बच्चा वाणी दोष से मुक्त हो जाएगा और उसकी भाषा साफ़ हो जाएगी. बता दें कि ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से बच्चा बुद्धिमान और मधुर वाणी वाला हो जाता है.
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