नई दिल्ली: 20 अप्रैल यानी कल साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस दौरान सूर्य ग्रहण का नेगेटिव प्रभाव कई चीज़ों पर पड़ेगा. इसलिए आपको भी ख़ास सावधानी बरतने की जरूरत है. लेकिन ऐसी भी कई चीज़ें हैं जो सूर्य ग्रहण के समय पवित्र रहा करती हैं. आइए जानते हैं क्या हैं […]
नई दिल्ली: 20 अप्रैल यानी कल साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस दौरान सूर्य ग्रहण का नेगेटिव प्रभाव कई चीज़ों पर पड़ेगा. इसलिए आपको भी ख़ास सावधानी बरतने की जरूरत है. लेकिन ऐसी भी कई चीज़ें हैं जो सूर्य ग्रहण के समय पवित्र रहा करती हैं. आइए जानते हैं क्या हैं वो पांच ऐसी चीज़ें जिनपर सूर्य ग्रहण के समय भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है.
सूतक सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले लग जाता है. सूतक की बात करें तो इसका अर्थ कुछ दिनों के समय से है जो घर में नए सदस्य के आगमन अर्थात शिशु के जन्म होने के बाद शुरू होता है. इस दौरान किसी भी घर में पूजा-पाठ, खाना पकाना और खाना, बाहर निकलना आदि जैसे कार्य प्रतिबंधित होते हैं जिन्हें सूर्य ग्रहण के समय करना भी अशुभ मना जाता है. इसी तरह का सूतक सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसी भी चीज़ें हैं जिनपर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है.
तुलसी पत्ते का प्रयोग ग्रहण के समय विशेष रूप से किया जाता है. ग्रहण लगने के पहले ही खाद्य-पदार्थों में तुलसी के पत्ते डाल दिए जाते है, ऐसा करने से ये दूषित नहीं होते हैं क्योंकि तुलसी में पारा होता है जिस कारण इसकी पत्तियों पर सूर्य ग्रहण की नकारात्मक किरणों का कोई असर नहीं पड़ता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी से दोष नाश होता है.
गंगाजल को हिंदू धर्म में पवित्र माना गया है जो हमेशा शुद्ध रहता है. गंगाजल ग्रहण के दौरान भी अपवित्र नहीं होता और जिसका प्रयोग किया जा सकता है. गंगाजल से ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना चाहिए और पूरे घर पर गंगाजल छिड़कना चाहिए इससे ग्रहण की नकारात्मकता दूर होती है.
कुश एक प्रकार की घास है जो बहुत पवित्र मानी जाती है. ग्रहणकाल के दौरान भी इसपर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. साथ ही इसके पत्तों का प्रयोग तुलसी की ही तरह अन्न-जल को दूषित होने से बचाने के लिए किया जाता है.
जौ का प्रयोग ग्रहण के दौरान किया जाता है जो दुष्प्रभाव को कम करने के लिए कारगर है. आप बस ग्रहण के समय अपनी जेब में जौ रखें. इससे ग्रहण की अशुभता दूर हो जाती है.
काले तिल का दान करने से सूर्य ग्रहण में ग्रहों की शांति होती है. सूर्य ग्रहण में राहु-केतु की शांति के लिए काले तिल का दान करना चाहिए.