अध्यात्म

गुरु पर्व से कितने दिन पहले शुरू होती है प्रभात फेरी, जानें इसका महत्व

नई दिल्ली: सिख धर्म के पहले गुरु और इसके संस्थापक, गुरु नानक देव जी का जन्मदिवस यानि गुरु पर्व इस वर्ष 15 नवंबर को मनाया जाएगा। यह पर्व सिखों का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार में से एक है और कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन इसे पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। बता दें गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 को राई भोई दी तलवंडी नामक गांव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान के ननकाना साहिब के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपना जीवन मानवता को अध्यात्म का मार्ग दिखाने में समर्पित किया और सिख धर्म की स्थापना की। वहीं गुरु पर्व से पहले ही प्रभात फेरी की शुरुआत हो जाती है.

सुबह कितने बजे निकाली जाती है प्रभात फेरी

गुरु पर्व को ‘प्रकाश पर्व’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि सिख समुदाय में यह मान्यता है कि गुरु नानक देव ने संसार में आध्यात्मिकता का प्रकाश फैलाया। बता दें इस पर्व की शुरुआत गुरु पर्व से करीब 15 दिन पहले होती है। इन दिनों में प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं, जहां श्रद्धालु सुबह-सुबह 4 बजे गुरुद्वारे से निकलते हैं और शबद-कीर्तन करते हुए भक्तिमय माहौल बनाते हैं। इसके बाद गुरु पर्व से एक दिन पहले नगर कीर्तन का आयोजन होता है। इस शोभायात्रा में गुरु ग्रंथ साहिब को फूलों से सजी पालकी में रखा जाता है, जिसे पंच प्यारे ध्वज लेकर आगे बढ़ाते हैं और उनके पीछे श्रद्धालु कीर्तन करते हुए चलते हैं।

गुरुद्वारे में लंगर की व्यवस्था

गुरु पर्व से तीन दिन पहले ही गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ शुरू कर दिया जाता है, जो बिना रुके गुरु पर्व के दिन तक चलता है। इस विशेष दिन पर सुबह 4-5 बजे से ही भक्त प्रभात फेरी में भाग लेकर गुरु नानक देव के भजन गाते हैं। वहीं फेरी के बाद, श्रद्धालु गुरुद्वारे में कथा और कीर्तन सुनते हैं। इसके साथ ही हर गुरुद्वारे में लंगर की व्यवस्था की जाती है, जो सेवा और समानता का प्रतीक है। इसके अलावा लंगर में विशेष भोजन तैयार किया जाता है और सभी आने वाले श्रद्धालुओं को प्रेमपूर्वक परोसा जाता है।

रात के समय गुरुद्वारों में गुरुबानी का पाठ होता है। वहीं गुरु पर्व न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह समाज में सेवा, प्रेम और भाईचारे का संदेश भी फैलाता है।

यह भी पढ़ें: कब है काली चौदस, आखिर क्यों मनाई जाती है काली चौदस, जानिए इसकी पूजा विधि और महत्व

Yashika Jandwani

My name is Yashika Jandwani and I'm based in New Delhi. I am highly motivated and passionate about entertainment and music. I have interviewed various artists, and each and every experience has been phenomenal. It's always a pleasure to interact with creative personalities and get to know them as a journalist. My life mantra is 'If you can dream it, you can do it'.

Recent Posts

‘सारे मंदिर लेकर रहेंगे’.., मंदिर-मस्जिद बयान पर मोहन भागवत को संत समाज की दो टुक, कहा- तुम अनुशासक नहीं

जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि मैं मोहन भागवत के बयान से पूरी तरह असहमत…

4 minutes ago

क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज पाताल लोक सीजन 2 जानें कब होगी रिलीज, मेकर्स ने किया अनाउंस

भारत के पसंदीदा ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो ने अपनी पॉपुलर वेब सीरीज 'पाताल लोक' के…

10 minutes ago

मामूली कहासुनी में पिकअप चालक ने ली 12 लोगों की जान, कुचलने से 5 की मौत

बिहार के पूर्णिया में मामूली कहासुनी के बाद एक बड़ा हादसा हो गया है, जहां…

23 minutes ago

2050 तक इस धर्म में सबसे ज्यादा लोग करेंगे धर्मांतरण, तेजी से बढ़ रही जनसंख्या

दुनिया भर में हर धर्म के लोग रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि…

36 minutes ago

अपने आंसू खुद पोंछे हैं… कैंसर से जूझ रही हिना खान ने बयां किया अपना दर्द

कई दिनों तक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने के बाद एक्ट्रेस को पता चला कि…

38 minutes ago

बच निकले अल्लू अर्जुन के घर पर हमला करने वाले आरोपी, मिली जमानत

साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के जुबली हिल्स स्थित घर पर तोड़फोड़ करने वाले छह आरोपियों…

38 minutes ago