नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में दिशा और स्थान से संबंधित कई नियम बनाए गए हैं। वास्तु के अनुसार, घर की हर दिशा में एक ऊर्जा मौजूद होती है, जहां कोई सामान रखने से घर के सदस्यों पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जहां घर में कुछ चीजें रखने से शांति आती है तो […]
नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में दिशा और स्थान से संबंधित कई नियम बनाए गए हैं। वास्तु के अनुसार, घर की हर दिशा में एक ऊर्जा मौजूद होती है, जहां कोई सामान रखने से घर के सदस्यों पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जहां घर में कुछ चीजें रखने से शांति आती है तो वहीं कुछ चीजें अशांति(Home Vastu Tips) का कारण भी बनती हैं।
पंडित भोला शास्त्र की मानें तो, घर में छत का बहुत बड़ा महत्व होता है। लोग छत डालने के दौरान मुहूर्त देखते हैं और छत पड़ने के बाद पूजा भी करते हैं। लेकिन, जैसे मकान पुराना होता जाता है, लोग छत की देखभाल करना कम कर देते हैं। कई मकानों की छतें या तो गंदी हो जाती हैं या तो वहां पर बहुत सारा कबाड़ इकट्ठा हो जाता है, जो कि नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की छत पर उत्तर-पूर्व एवं पूर्व दिशा में छोटे पौधे में तुलसी, गेंदा, लिली, हरी दूब, पुदीना, हल्दी आदि लगाने चाहिए। वहीं उत्तर दिशा में नीले रंग के फूल देने वाले पौधे लगाने से जीवन में समृद्धि आती है। इसके अलावा भारी गमलों में ऊंचे पेड़ों को सदैव छत पर दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाना सही रहता है। पश्चिम दिशा में सफ़ेद रंग के फूलों के पौधे लगाने चाहिए, जैसे- चांदनी, मोगरा, चमेली आदि। इससे लाभ एवं प्राप्तियों के अवसर बढ़ जाते हैं, बच्चों में रचनात्मक शक्ति का भी विकास होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। जिसका किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। यहां दी गई किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
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