Holika Dahan 2020 Ashes: खुशियों के त्योहार के नाम से मशहूर होली में महज अब कुछ ही शेष दिन बचे हैं. इस बार होली का पर्व 10 मार्च 2020 को मनाया जाएगा. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर होली मनाते हैं. हालांकि रंग वाली होली से पहले होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन के बाद उसकी राख को लाकर अपने पूरे घर में छिड़क देते हैं. शास्त्रों में होली की राख को घर पर ले जाना वर्जित माना गया है.
Holika Dahan 2020 Ashes: खुशियों के त्योहार के नाम से मशहूर होली में महज अब कुछ ही शेष दिन बचे हैं. इस बार होली का पर्व 10 मार्च 2020 को मनाया जाएगा. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर होली मनाते हैं. हालांकि रंग वाली होली से पहले होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन के बाद उसकी राख को लाकर अपने पूरे घर में छिड़क देते हैं. शास्त्रों में होली की राख को घर पर ले जाना वर्जित माना गया है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि होलिक दहन के बाद अपने घर पर राख क्यों नहीं ले जानी चाहिए.
होलिका दहन के बाद इसलिए नहीं घर पर नहीं ले जाना चाहिए राख
मालूम हो कि होलिका दहन के बाद बची राख को लोग अपने घर पर ले जाते हैं. इसके बाद लोग राख को अपने घर के मुख्य द्वार के अंदर छिड़क देते हैं. लोग मानते हैं कि ऐसा करने से धन की वृद्धि होती है और सभी रूके हुए काम पूर्ण हो जाएंगे. इस उपाय को ज्यादातर लोग करते हैं. हालांकि शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना वर्जित माना गया है. इस प्रकार के उपाय के बारे में किसी भी पौराणिक ग्रंथ या शास्त्रों आदि में नहीं लिखा गया है.
बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में होलिका दहन चौराहों पर किया जाता है. होलिका दहन की आग को लोग अपने घर पर ले जाते हैं. इसके बाद अपने घर की होली को उस आग के द्वारा जला देते हैं. शास्त्रों के अनुसार आग को सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है. आग को घर में लाने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है. यदि आप होलिका की अग्नि को अपने घर में लेकर आते हैं तो यह शुभ माना जाता है.
इन सबके विपरीत जब चौराहे वाली होलिका की पूजा की जाती है तो उस समय उस होलिका में कई तरह के प्रयोग किए जाते हैं. कुछ लोग इस होलिका में तंत्र क्रियाएं और टोने टोटके भी करते हैं और जब होलिका की राख बचती है. उस राख को उठाकर जब आप अपने घर में लाते हैं. इसके बाद उस राख को पूरे घर में छिड़क देते हैं. जो एक तरह से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देने जैसा होता है.
अगर कोई व्यक्ति होलिका दहन के बाद घर पर राख ले जाता है. तो उसके परिवार वाले गहरी मुसीबत में पड़ सकते हैं. आपको अपने घर में होलिका की राख बिल्कुल भी नहीं लानी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो होलिका की अग्नि में किए गए टोटोकों का असर आपके परिवार पर पड़ सकता है. आप और आपके परिवार वालों को शारीरिक और मानसिक कष्ट दे सकता है. होलिका की अग्नि लाकर अपनी होलिका को जलाने के बाद उसकी राख को चौराहे पर जली होलिका में डाल देना चाहिए. सिर्फ ऐसा करने से मात्र से ही आपकी सभी प्रकार की परेशानियां खत्म हो जाएगी.