Hindu Nav Varsh 2019 Date Calendar: चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से हिंदू नव वर्ष शुरू हो जाएगा. ये नव वर्ष देशभर में मनाया जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार इसी दिन से भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी. इस दिन ही देवी के नौ रूपों को देखे जाने की भी मान्यता है. इसी दिन से नवरात्र शुरू होते हैं और नौ दिन तक देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है.
नई दिल्ली. Hindu Nav Varsh 2019 Date Calendar: भारत अलग-अलग धर्मों का देश है. अलग-अलग धर्म के कई त्योहार हैं जो यहां मनाए जाते हैं. हिंदू धर्म के अनुसार अब नया साल आने वाला है. ये भी देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. हालांक देशभर में ये कई नाम से जाना जाता है लेकिन सभी के अनुसार ये नए साल की शुरूआत है. हिंदू नव वर्ष चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है. इस बार ये 6 अप्रैल को है.
क्या है हिंदू नव वर्ष महत्व
हिंदू नववर्ष नए साल की शुरुआत देशभर में धूमधाम से मनाते हं. सालभर आने वाले हिंदू त्योहार इसी हिंदू वर्ष के आधार पर मनाए जाते हैं. यही इसका सबसे अहम महत्व है. हिंदू कैलेंडर जिसे पंचांग कहते हैं उसके अनुसार ही सभी शुभ काम भी किए जाते हैं. माना जाता है कि चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा के दिन भगवान ब्रह्ना ने सृष्टि की रचना शुरू की थी. इसी दिन से हिंदू नया साल भी मनाया जाता है.
कहां मनाते हैं हिंदू नव वर्ष
हिंदू नववर्ष देशभर में मनाया जाता है. उत्तर में इसे नवरात्र के रूप में मनाते हैं. यहां मान्यता है कि देवी के नौ रूपों के दर्शन इस दिन हुए थे. इस कारण इस दिन से लेकर नौ दिन तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. वहीं महाराष्ट्र में माना जाता है कि इसी दिन शालिवाहन नाम के एक कुम्हार-पुत्र ने मिट्टी के सैनिकों की सेना से अपने शत्रुओं पर विजय पाई थी. इसलिए महाराष्ट्र में हर घर में गुड़ी (विजय पताका) सजाया जाता है.
दक्षिण में माना जाता है कि इस दिन प्रभु श्रीराम ने बालि का वध कर दक्षिण भारत में रहने वाले लोगों को उसके आतंक से मुक्त करवाया था. वहां भी विजय पताका फहराया जाता है. गोवा और केरल में कोंकणी समुदाय इसे संवत्सर पड़वो कहते हैं तो कर्नाटक में इसे युगादि कहते हैं और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उगादी.
कैसे मनाते हैं हिंदू नव वर्ष
उत्तर में इस दिन से नौ दिन तक व्रत रखे जाते हैं. मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. महाराष्ट्र में मराठी महिलाएं नौवारी यानी 9 गज लंबी साड़ी पहनती हैं और सूर्य देव की पूजा के बाद गुड़ी की पूजा करती हैं. आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में इस दिन पच्चड़ी/प्रसादम् बांटा जाता है. माना जाता है कि इस प्रसाद को खाने वाला व्यक्ति साल भर निरोगी रहता है.
Chaitra Navratri 2019 1st Day: नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा और जानिए मंत्र
Chaitra Navratri 2019 Color: नवरात्रों के नौ दिन पहने ये नौ रंग, मां दुर्गा करेंगी हर मनोकामना पूरी