Hariyali Teej 2022: कुँवारी लड़कियां कैसे करें हरियाली तीज का व्रत?

नई दिल्ली, हरियाली तीज शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को देश भर में मनाई जाती है, विशेष कर यूपी और बिहार में महिलाएं बढ़-चढ़कर इस पर्व में हिस्सा लेती हैं. यूँ तो तीज नाग पंचमी के दो दिन पहले आती है. इस साल हरियाली तीज का त्यौहार 31 जुलाई 2022, रविवार के दिन मनाया जाएगा, […]

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Hariyali Teej 2022: कुँवारी लड़कियां कैसे करें हरियाली तीज का व्रत?

Aanchal Pandey

  • July 20, 2022 10:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, हरियाली तीज शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को देश भर में मनाई जाती है, विशेष कर यूपी और बिहार में महिलाएं बढ़-चढ़कर इस पर्व में हिस्सा लेती हैं. यूँ तो तीज नाग पंचमी के दो दिन पहले आती है. इस साल हरियाली तीज का त्यौहार 31 जुलाई 2022, रविवार के दिन मनाया जाएगा, बता दें हरियाली तीज का त्यौहार भगवान शिव व माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है. इस दिन महिलाएं माता पर्वती की पूजा करती हैं और सुखी विवाहित जीवन और अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं. कुंवारी कन्याएं भी अच्छे व्रत की प्राप्ति के लिए हरियाली तीज का व्रत रख सकती हैं.

शुभ योग

इस साल हरियाली तीज पर रवि योग बनने जा रहा है और रवि योग को शुभ फल देने वाला योग माना जाता है. किसी भी कार्य को संपन्न करने के लिए इस योग को बहुत ही अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि रवि योग कई अशुभ योगों से होने वाली हानि से बचाता है. रवि योग पर सूर्य को अर्घ्य देना जातकों के लिए काफी प्रभावशाली और शुभ भी माना जाता है. हरियाली तीज पर रवि योग 31 जुलाई को शाम 2 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 1 अगस्त को सुबह 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगा.

शुभ मुहूर्त

हरियाली तीज रविवार, जुलाई 31, 2022 को मनाई जाएगी. वहीं तृतीया तिथि की शुरुआत – जुलाई 31, 2022 को सुबह 02 बजकर 59 मिनट पर होगी और अगस्त 01, 2022 को सुबह 04 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगी.

पूजा विधि

हरियाली तीज के दिन विवाहिताएं और कुंवारी कन्याएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और हरे रंग के कपड़े पहनें. इसके बाद घर की अच्छे से साफ-सफाई करें और तोरण से सजावट करें. मंदिर के सामने चौकी पर मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग रखें, फिर भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश की प्रतिमा बनाएं. सभी देवताओं की पूजा अर्चना करें. इस दिन महिलाएं रात भर जागकर पूजा करती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती के भजन करती हैं.

 

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