• होम
  • अध्यात्म
  • हनुमान जयंती आज: बजरंगबली की आयु जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे, इस मुहूर्त में करें पूजा घर में पैसों का लगेगा भंडार

हनुमान जयंती आज: बजरंगबली की आयु जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे, इस मुहूर्त में करें पूजा घर में पैसों का लगेगा भंडार

Hanuman Jayanti 2025: आज यानी शनिवार, 12 अप्रैल को हनुमान जयंती हैं। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं। वो अपने भक्तों की मन की मुराद पूरी करते हैं।

Hanuman Jayanti 2025
inkhbar News
  • April 12, 2025 8:14 am Asia/KolkataIST, Updated 6 days ago

Hanuman Jayanti 2025: आज यानी शनिवार, 12 अप्रैल को हनुमान जयंती हैं। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं। वो अपने भक्तों की मन की मुराद पूरी करते हैं। हनुमान उपासना के लिए आज का दिन सबसे उत्तम माना जाता है। इस बार हनुमान जयंती पर दुर्लभ संयोग बना है। सुबह 4 से रात 9 बजे तक पूजा का मुहूर्त बना है। आपको बता दें कि अगस्त्य संहिता और वायु पुराण के अनुसार हनुमानजी की उम्र एक कल्प वर्ष यानी 4.32 अरब साल है।

हनुमान जयंती शुभ मुहूर्त

चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि शनिवार, 12 अप्रैल को प्रातः 03:21 बजे प्रारम्भ होगी तथा रविवार, 13 अप्रैल को प्रातः 5:51 बजे समाप्त होगी।

हनुमान जयंती पूजा विधि

हनुमान जयंती पर शाम के समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करके लाल वस्त्र और आभूषण पहने हनुमान जी की मूर्ति या फोटो स्थापित करें। लाल आसन पर लाल कपड़ा बिछाएं। घी का दीपक और चंदन की अगरबत्ती या धूपबत्ती जलाएं। चमेली के तेल में नारंगी सिंदूर और चांदी का बुरादा डालें। इसके बाद लाल फूल से आरती करें। दूध या बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं। केले भी चढ़ा सकते हैं। दीपक से 9 बार आरती करें और ‘ॐ मंगलमूर्ति हनुमते नमः’ मंत्र का जाप करें।

धन प्राप्ति के उपाय-

हनुमान पूजा कोई भी पुरुष या महिला कर सकता है। हनुमान जयंती पर एक खास उपाय करने से धन प्राप्ति का मार्ग मजबूत होता है। हनुमान जी को जल चढ़ाने के बाद पंचामृत चढ़ाएं। तिल के तेल में नारंगी सिंदूर मिलाकर चढ़ाएं। चमेली का इत्र या तेल चढ़ाएं। हनुमान जी को सिर्फ लाल फूल चढ़ाएं। आप गुड़ या गेहूं के आटे की रोटी और चूरमा भी चढ़ा सकते हैं। साथ ही ‘श्री राम भक्ताय हनुमते नमः’ मंत्र का जाप करें।

 

हनुमान जयंती पर इस शुभ अवसर पर करें बजरंगबली की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग, जहां भोलेनाथ स्वयं विराजमान हैं…जीवन में एक बार जरूर कर आएं दर्शन