नई दिल्ली। प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनायी जाती है। वहीं इस साल 23 अप्रैल, मंगलवार को हनुमान जयंती मनाई जाएगी। मंगलवार का दिन सामान्य रूप से श्री हनुमान जी को ही समर्पित है। ऐसे में इस दिन आप हनुमान जी की विधि विधान से पूजा कर उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त […]
नई दिल्ली। प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनायी जाती है। वहीं इस साल 23 अप्रैल, मंगलवार को हनुमान जयंती मनाई जाएगी। मंगलवार का दिन सामान्य रूप से श्री हनुमान जी को ही समर्पित है। ऐसे में इस दिन आप हनुमान जी की विधि विधान से पूजा कर उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
हनुमान जयंती के दिन सुबह उठने के बाद नित्यकर्म से निवृत्त होकर, श्री हनुमान जी की मूर्ति को एक चौकी पर स्वच्छ वस्त्र बिछा कर स्थापित कर दें। इसके बाद हनुमान जी की मूर्ति को सिंदूर का चढ़ाएं और फिर फूल माला आदि अर्पित कर गुड़ चना और मिष्ठान्न का भोग लगाएं। इसके बाद हनुमान चालीसा, सुंदर कांड आदि का पाठ करें। इससे आप पर और आपके परिवार पर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है। हालांकि, कुछ लोग नरक चतुर्दशी के दिन भी हनुमान जी का जन्म मानते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के अवतार हनुमान जी को कलयुग में जाग्रत देवता माना जाता है। दरअसल, माता जानकी ने उन्हें चिरंजीवी होने का आशीर्वाद दिया था। ऐसा माना जाता है कि त्रेतायुग में जब प्रभु श्री राम पृथ्वी लोक पर अपनी लीला समाप्त कर वैकुंठ में जाने लगे तो उन्होंने हनुमान जी को पृथ्वी लोक में ही रहकर लोगों की सहायता करने का आदेश दिया। इसलिए वह आज भी धरती पर भक्तों का उद्धार करते हुए अपने प्रभु के नाम का जाप करने में लगे हुए हैं।
रुद्रावतार हनुमान जी ने वानरराज केसरी और उनकी पत्नी अंजना के घर जन्म लिया था। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति को शक्ति, भक्ति और दृढ़ता के साथ-साथ साहस की प्राप्ति होती है। हनुमान जी बल और बुद्धि के प्रदाता हैं, ऐसे में हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। जिसका किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। यहां दी गई किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)