Ganesh Visarjan Date: शुक्ल मास की चतुर्थी से गणेश चतुर्थी 2019 की शुरुआत होने जा रही है. इस त्योहार पर श्रद्धालु बड़े ही धूमधाम से अपने गणपति को घर लाते हैं और उनका पूजन करते हैं. जिसके बाद उन्हें विसर्जित किया जाता है.
नई दिल्ली. गणेश चतुर्थी 2019 (Ganesh Chaturthi 2019 Tithi)भाद्रपद की शुक्ल मास की चतुर्थी को मनाई जाती है. महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. यूं तो लगातार 10 दिनों तक गणेश जी का विसर्जन किया जाता है. गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद और 11वें दिन अनंत चतुर्दशी आती है जिस दिन पूरे धूमधाम से गणपति विसर्जन किया जाता है. इस मौके पर लोग बड़े ही धूमधाम से गणपति को अपने घर लाते हैं और उनका पूजन करते हैं.
गणेश जी को बुद्धि का देवता भी कहा गया है. इस साल गणेश विसर्जन 12 सिंतबर को धूमधाम से मनाया जाएगा. शास्त्रों के अनुसार, जो भी व्यक्ति गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करता है. उसे बुद्धि और धन के साथ रिद्धि और सिद्धि की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे दिल से मन की अराधना करता है, उसके सभी दुख भगवान गणेश हर लेते हैं.
माना जाता है कि उस व्यक्ति पर कभी किसी प्रकार का विघ्न नहीं आता. गणेश चतुर्थी के त्योहार पर बड़े ही धूमधाम के साथ घर लाया जाता है और उन्हें सजाया जाता है. दस दिनों तक गणेश भगवान की पूजा अर्चना की जाती है. इसके साथ ही उन्हें मोदक और लड्डूओं का भोग लगाया जाता है और शुभ मंगल की कामना की जाती है. दस दिन के बाद बड़े धूम-धाम से गणेश जी की प्रतिमा को विसर्जित कर दिया जाता है, साथ ही प्रार्थना की जाती है कि जिस तरह वे इस साल घर में बप्पा पधारें उसी तरह अगले साल भी वे बड़ी धूमधाम के साथ घर में आएं और अपना आशिर्वाद बरसाएं.