Ganesh Ji Totke, Budhwar ke Totke : णपति बप्पा को किसी भी शुभ कार्य से पहले सबसे पहले पूजा जाता है. इन्हें सर्वप्रथम पूजनीय का दर्जा दिया गया है. इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. मान्यता है कि अगर व्यक्ति सच्चे मन से गणेश जी की पूजा करें तो उसके हर दुख दूर हो जाते हैं. गणपति बप्पा को किसी भी शुभ कार्य से पहले सबसे पहले पूजा जाता है.
नई दिल्ली. गणपति बप्पा को किसी भी शुभ कार्य से पहले सबसे पहले पूजा जाता है. इन्हें सर्वप्रथम पूजनीय का दर्जा दिया गया है. इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. मान्यता है कि अगर व्यक्ति सच्चे मन से गणेश जी की पूजा करें तो उसके हर दुख दूर हो जाते हैं. गणपति बप्पा को किसी भी शुभ कार्य से पहले सबसे पहले पूजा जाता है. इन्हें सर्वप्रथम पूजनीय का दर्जा दिया गया है. इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. इन्हें कष्ट हरने वाला माना गया है. मान्यता है कि अगर व्यक्ति सच्चे मन से गणेश जी की पूजा करें तो उसके हर दुख दूर हो जाते हैं. साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर बुधवार को गणेश जी के पूजन में 7 अंक वाली चीजें शामिल कर ली जाएं तो व्यक्ति के सभी काम बन जाते हैं.
1. अगर आपके जीवन में लगातार किसी भी तरह की परेशानी का दौर चल रहा है तो लगातार 7 बुधवार तक आप गणेशजी को सिंदूर अर्पित करें. मान्यता है कि इससे सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं.
2. प्रतियोगी परिक्षा में सफल होने के लिए लगातार 7 बुधवार तक गणेश जी का मूंग के लड्डू चढ़ाने चाहिए.
3. लगातार 7 बुधवार तक सफेद गाय को हरी घास खिलाने से धन-धान्य की वृद्धि होती है. साथ ही घर में धन-धान्य में भी वृद्धि होती है.
4. अगर आप कोई मनोकामना है तो गणेश जी को 7 बुधवार तक गुड़ का भोग चढ़ाएं. इससे व्यक्ति के अटके काम भी बन जाते हैं.
5. लगातार 7 बुधवार तक गणेश जी को रुद्राक्ष चढ़ाएं. इससे जॉब में आ रही दिक्कतें ठीक हो जाती हैं.
6. बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से दूर रहने के लिए लगातार 7 बुधवार तक गजानन को मोदक अर्पित करें.
7. लगातार 7 बुधवार तक घर में सुख-शांति बरकरार रखने के लिए किसी भी गणेश मंदिर में हरी सब्जी दान करें.
8. लगातार 7 बुधवार तक हरी मूंग का दान कर्ज से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है.
9. गणेश जी को उनके प्रिय दिन यानी बुधवार को 11 या 21 गांठों वाली दूर्वा चढ़ाएं। ऐसा लगातार 7 बुधवार करने से व्यक्ति को विद्या-बुद्धि की प्राप्ति होती है.
10. विद्या-बुद्धि और धन के लिए गणेश जी को पान और सुपारी अर्पित करें.