नई दिल्ली: गणेश जयंती हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाई जाती है. बता दें कि माघ विनायक चतुर्थी और वरद चतुर्थी भी कहा जाता है, और इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेश की पूजा की जाती है. साथ ही ऐसा माना जाता है कि जो […]
नई दिल्ली: गणेश जयंती हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाई जाती है. बता दें कि माघ विनायक चतुर्थी और वरद चतुर्थी भी कहा जाता है, और इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेश की पूजा की जाती है. साथ ही ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं और विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. दरअसल जो लोग इस दिन प्रेमपूर्वक भगवान गणेश की पूजा करते हैं उन्हें पूरे साल शुभ फल की प्राप्ति होती हैं. तो चलिए आइए जानते हैं गणेश जयंती शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि…
दरअसल उदया तिथि को देखते हुए माघ महीने की गणेश जयंती 13 फरवरी को मनाई जाएगी. 13 फरवरी को गणेश जयंती के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक है, और इस समय में आप गणपति बप्पा की पूजा कर फल की प्राप्ति कर सकते हैं.
1. गणेश जयंती के दिन सुबह स्नान-ध्यान के बाद गणपति बप्पा के व्रत का संकल्प लें.
2. दिन में शुभ मुहूर्त के समय किसी पाटे, चौकी लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी की प्रतिमा और चित्र को स्थापित करें.
3. गंगाजल से छिड़काव करें और गणपति बप्पा को प्रणाम भी करें.
4. सिंदूर से गणेश जी को तिलक लगाए और धूप-दीप जलाएं.
5. गणेश भगवान को उनकी प्रिय चीजें मोदक, लड्डू, पुष्प, सिंदूर, जनेऊ और 21 दूर्वा भी अर्पित करें.
6. बाद में पूरे परिवार समेत गणेश जी की आरती करें.
बता दें कि भगवान गणेश बुद्धि और शुभता के देवता हैं,और इनकी कृपा से जीवन में सारे शुभ फलों की प्राप्ति होती है. साथ ही व्यक्ति को विघ्न-बाधाओं से मुक्ति भी प्राप्त होती है, और ऐसे में गणेश जयंती के दिन भगवान गणेश की पूजा जरूर करें. ऐसा करने से बप्पा प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को शुभता का आशीर्वाद भी देते हैं.
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