Ganesh Chaturthi 2019: गणेश पूजा महाराष्ट्र में काफी प्रचलित है. लोग काफी धूमधाम से पूजा करते हैं. काफी भव्य तरीके गणेश भगवान की पूजा की जाती है. हर घर में उस दिन गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना की जाती है. गणेश चतुर्थी का यह उत्सव लगभग दस दिनों तक चलता है जिस कारण इसे गणेशोत्सव भी कहा जाता है.
नई दिल्ली. भारत में कुछ ऐसे त्योहार हैं जिनकी काफी मान्यता होती है. खास कर भारत की संस्कृति के परिचायक होते हैं. जिस तरह पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा पूरे देश में प्रचलित है. ठीक उसी तरह गणेश चतुर्थी पर गणेश पूजा महाराष्ट्र में काफी प्रचलित है. लोग काफी धूमधाम से पूजा करते हैं. काफी भव्य तरीके गणेश भगवान की पूजा की जाती है. हर घर में उस दिन गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना की जाती है. गणेश चतुर्थी का यह उत्सव लगभग दस दिनों तक चलता है, जिस कारण इसे गणेशोत्सव भी कहा जाता है.
गणेश चतुर्थी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी के दिन ही गणेश जी प्रतिमा की स्थापना का जाती है, जिसके बाद लगातार दस दिनों तक घर में उनकी पूजा-अर्चना की जाती है. दसवें दिन बप्पा की बिदाई की जाती है. उत्तर भारत में गणेश चतुर्थी को भगवान श्री गणेश की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. हर साल ये पूजा काफी हर्सोल्लास के साथ काफी धूमधाम से की जाती है. इस साल गणेश पूजा 2 सितंबर 2019 सोमवार के दिन मनाई जाएगी.
कैसे करें गणेश प्रतिमा की स्थापना व पूजा
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह उठ कर स्नान करें यह प्रतिमा सोने, तांबे, मिट्टी या गाय के गोबर से अपने सामर्थ्य के अनुसार बनाई जा सकती है. ज्सिके बाद गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाती है. इसके बाद प्रतिमा पर सिंदूर चढ़ाकर षोडशोपचार कर उसका पूजन किया जाता है. गणेश जी को दक्षिणा अर्पित कर उन्हें 21या 5 लड्डूओं का भोग लगाया जाता है. गणेश प्रतिमा के पास पांच लड्डू रखकर बाकि ब्राह्मणों में बांट दिये जाते हैं. गणेश जी की पूजा सांय के समय करनी चाहिये. पूजा के पश्चात दृष्टि नीची रखते हुए चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिये. इसके पश्चात ब्राह्मणों को भोजन करवाकर उन्हें दक्षिणा भी दी जाती है.
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