Ganesh chaturthi 2019: 2 सितंबर से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है इस साल का गणेश चतुर्थी काफी खास होने वाली है क्योंकि इस साल काफी शुभ सयोंग बनने वाले है, एक ओर जहां ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति से शुक्ल और रवियोग बनेगा,
नई दिल्ली. 2 सितंबर से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है इस साल का गणेश चतुर्थी काफी खास होने वाली है क्योंकि इस साल काफी शुभ सयोंग बनने वाले है, एक ओर जहां ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति से शुक्ल और रवियोग बनेगा, वहीं सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग भी बन रहा है. यानि सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र एक साथ विद्यमान रहेंगे. ग्रहों और सितारों की इस शुभ स्थिति के कारण इस त्योहार का महत्व और शुभता और बढ़ जाएगी. ग्रह-नक्षत्रों के इस शुभ संयोग में गणेश प्रतिमा की स्थापना करने से सुख-समृद्धि और शांति मिलेगी.
कल से यानी 2 सितंबर से गणेश भगवान की पूजा शुरु हो जाएगी, हिन्दू पंचाग के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्लपक्ष में चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन गणेश भगवान का जन्म हुआ था. इस दिन बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है, लेकिन, लंबे समय बाद इस बार गणेश चतुर्थी पर दो शुभ योग और ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है. जिसकी वजह से गणेश चतुर्थी का महत्व बढ़ गया है.
2 सितंबर दिन सोमवार की शुरुआत हस्त नक्षत्र में होगी और गणेश प्रतिमाओं की स्थापना चित्रा नक्षत्र में की जाएगी. मंगल के इस नक्षत्र में चंद्रमा होने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. चित्रा नक्षत्र और चतुर्थी तिथि का संयोग 2 सितंबर को सुबह लगभग 8 बजे से शुरू होकर पूरे दिन रहने वाला है. 2 सितंबर को गणेश भगवान की पूजा दोपहर के समय करना काफी शुभ माना गया है.
गणेश चतुर्थी पर मध्याह्न काल में अभिजित मुहूर्त के संयोग पर गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना करना शुभ रहेगा. पंचांग के अनुसार अभिजित मुहूर्त सुबह लगभग 11.55 से दोपहर 12.40 तक रहेगा. इसके अलावा पूरे दिन शुभ संयोग होने से सुविधा अनुसार किसी भी शुभ लग्न या चौघड़िया मुहूर्त में गणेश जी की स्थापना कर सकते हैं.