Ganesh Chaturthi 2018: देशभर में 13 सिंतबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. बप्पा की पूजा के बाद उनकी मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा. ऐसे में कहा जाता है कि अगर राशि के अनुसार गणपति का पूजन किया जाएगा तो गणेश जी खुश होंगे और भगवान की कृपा भक्तों पर जमकर बरसेगी.
नई दिल्ली. 13 सितंबर को देशभर में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. इस बार चतुर्थी कई शुभ मुहर्त और योग के साथ पड़ रही है. ऐसे में माना जाता है कि गणपति का पूजन राशि के अनुसार करने से बप्पा के भक्तों काफी ज्यादा लाभ मिलता है, इसके साथ ही उनके पर गणेश जी की कृपा बरसती है.
राशि के अनुसार ऐसे करें गणेश चतुर्थी की पूजा
मेष राशि और वृश्चिक राशि– इस राशि के लोग पूजा करते समय गहरे लाल रंग के फूल बप्पा पर अर्पित करें और ‘ओम् गं गणपतये नमः ‘ का ज्यादा से ज्यादा जाप करें.
वृष और तुला – इन राशि के लोग श्वेत पुष्प वस्त्र चंदन चढ़ाएं और ‘श्री गणेशाम्बिकाभ्याम नमः ‘ मंत्र से पूजन और जप करें.
मिथुन और कन्या – इन राशि के लोग हरे वस्त्र, हरे फूल अथवा दूर्वा समर्पित करें और ‘ओम् वरद मूर्तये नमः’ के मंत्र से पूजन करें.
कर्क – इन राशि के लोग सफेद कपड़ा चंदन के साथ ‘ओम् प्रमथपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए पूजन आदि निवेदित करें.
सिंह – इन राशि के लोग गुलाबी फूल और लाल रंग का चंदन वस्त्र अर्पित कर ‘ओम् शिव सुताय नमः ‘ का जाप करें.
मकर और कुंभ – इन दोनों राशि के लोग नीले फूल या श्यामा तुलसी को अर्पित कर ‘ओम् व्रातपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए पूजन करें.
धनु और मीन– इन दोनों राशि के लोग इस मौके पर पीले फूल, हल्दी और पीले रंग के वस्त्र चढ़ाकर ‘ओम् हेरम्बाय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए पूजन करें.
शुभ मुहूर्त में पूजन से लाभ
शक्ति ज्योतिष केंद्र के पंडित शक्तिधर त्रिपाठी के मुताबिक, कई शुभ मुहूर्त और योग में इस बार गणेश चतुर्थी पड़ रही है. ऐसे में माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में पूजन लाभदायक होगा. इसके साथ ही भगवान गणेश हर विघ्न और बाधा का नाश कर देंगे. पंडित जी के अनुसा, पूजन का उत्तम समय 12 दिसंबर बुधवार शाम 06:50 से 08: 20 के मध्य में रहेगा.
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