Ganesh Chaturthi 2018: इस बार गणेश चतुर्थी 13 सितंबर को है. गणेश चतुर्थी उत्सव 10 दिन तक चलता है जहां श्रद्धालु गणपति बप्पा की पूजा करते हैं और गणपति बप्पा का घर में स्वागत करते हैं.अष्टविनायक का अर्थ होता है 8 गणपति. यह 8 मंदिर अति प्राचीन मंदिर है जहां भगवान गणेश की प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान हैं. इन 8 मंदिरों का उल्लेख हिंदू धर्म पवित्र ग्रंथों में भी मिलता है. अष्टविनायक दर्शन करने मनोकामना जरूर पूरी होती है.
नई दिल्ली. Ganesh Chaturthi 2018: भगवान गणेश को रिद्धि-सिद्धि और बुद्धि का देवता कहा जाता है. सभी भगवानों को गणेश भगवान को सबसे ऊपर का दर्जा प्राप्त है. इसीलिए हर पूजा व शुभ कार्यों में सर्वप्रथम भगवान गणेश को पूजा जाता है. भगवान गणेश की कृपा पाने वाला त्योहार गणेश चतुर्थी पर श्रद्धालु सारा साल इंतजार करते हैं. इस बार गणेश चतुर्थी 13 सितंबर 2018 की है. गणेश उत्सव 10 दिन तक चलता है जिसका मतलब है कि 23 सितंबर तक गणेश उत्सव चलेगा.
गणपति पूजा के लिए देशभर में कई मंदिर हैं लेकिन महाराष्ट्र की संस्कृति में गणपति पूजा का खास महत्व है. महाराष्ट्र के गणेश मंदिरों में अष्टविनायक का विशेष स्थान है. जहां 8 प्राचीन मंदिरों में प्रार्थन की जाती है. इन्हें आठ शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है. दरअसल अष्टविनायक का अर्थ होता है 8 गणपति. यह 8 मंदिर अति प्राचीन मंदिर है जहां भगवान गणेश की प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान हैं. इन 8 मंदिरों का उल्लेख हिंदू धर्म पवित्र ग्रंथों में भी मिलता है. अष्टविनायक दर्शन करने मनोकामना जरूर पूरी होती है.
Ganesh Chaturthi 2018 (गणेश चतुर्थी 2018): ये हैं अष्टविनायक शक्तिपीठ मंदिर
1) मयूरेश्वर या मोरेश्वर (Mayureshwar Temple At Morgaon ) – मोरगाँव, पुणे महाराष्ट्र
2)सिद्धिविनायक – करजत तहसील, अहमदनगर महाराष्ट्र
3)बल्लालेश्वर (Ballaleshwar Ganpati Raigarh)- पाली गाँव, रायगढ़ महाराष्ट्र
4)वरदविनायक (Varadvinayak) – कोल्हापुर, रायगढ़ महाराष्ट्र
5)चिंतामणी (Chintamani Vinayak Temple Pune) – थेऊर गाँव, पुणे महाराष्ट्र
6)गिरिजात्मज अष्टविनायक (Girijatmaj Lenyadri Ashtavinayak temple) – लेण्याद्री गाँव, पुणे महाराष्ट्र
7)विघ्नेश्वर अष्टविनायक (Vigneshwara Temple Ozar Maharashtra) – ओझर
8)महागणपति – राजणगांव
Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना समय, तारीख और शुभ मुहूर्त