September 22, 2024
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तिरुपति बालाजी में केश दान करने से होती है मां लक्ष्मी की कृपा, जानें पूरी कहानी

नई दिल्ली: हाल ही में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक में आरोप लगाया था कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की गई है। उन्होंने पिछली सरकार पर भी मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और कहा कि इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद लैब रिपोर्ट में भी इस मिलावट की पुष्टि हुई है।

वहीं क्या आप जानते है तिरुपति बालाजी मंदिर को दुनिया के सबसे अमीर और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में गिना जाता है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और भारी मात्रा में चढ़ावा चढ़ाते हैं।

काफी पुरानी और प्रचलित परंपरा

तिरुपति बालाजी मंदिर में बाल दान की परंपरा भी काफी पुरानी और प्रचलित है। श्रद्धालु यहां अपने बाल दान करते हैं, जो भगवान वेंकटेश्वर को अर्पित किए जाते हैं। मान्यता है कि बाल दान करने से व्यक्ति के जीवन से बुराइयां दूर होती हैं और मां लक्ष्मी की कृपा उन पर बनी रहती है। इसके साथ ही, बाल दान करने वाले व्यक्ति को भगवान तिरुपति बालाजी धन और समृद्धि का आशीर्वाद भी देते हैं।

दान किए गए बालों का नीलामी

वहीं दान किए गए बालों का नीलामी के माध्यम से उपयोग होता है। हर साल लाखों श्रद्धालु कई टन बाल दान करते हैं, जिन्हें बाद में अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित कर नीलामी के लिए रखा जाता है। साल 2018 में तिरुपति बालाजी मंदिर में दान किए गए 1,87,000 किलोग्राम बालों की नीलामी की गई थी, जिससे 1.35 करोड़ रुपये की आय हुई थी। बता दें, बालों की गुणवत्ता के अनुसार उनकी कीमत तय की जाती है। वहीं उच्च गुणवत्ता वाले बालों की कीमत 22,494 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि निम्न गुणवत्ता वाले बालों की कीमत 24 रुपये प्रति किलोग्राम तक थी।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट

नीलामी से पहले दान किए गए बालों को साफ किया जाता है। इसके लिए पहले उन्हें उबाला जाता है और फिर धोकर सुखाया जाता है। बालों की लंबाई के आधार पर उन्हें पांच श्रेणियों में विभाजित किया जाता है और नीलामी की जाती है। इन बालों की नीलामी से मिलने वाली राशि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट (TTD) के पास जमा की जाती है. इस कारण मंदिर की विभिन्न गतिविधियों का संचालन होता है।

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