नई दिल्ली: महाशिवरात्रि का पर्व पूरे भारत में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव की आराधना करते हैं और उपवास रखते हैं। उपवास न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि यह शरीर को भी शुद्ध करता है। लेकिन अगर व्रत के दौरान कुछ आवश्यक बातों का ध्यान न रखा जाए, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए उपवास के दौरान इन सावधानियों को अपनाना जरूरी है ताकि आपका स्वास्थ्य प्रभावित न हो।
महाशिवरात्रि का उपवास रखने वाले कई लोग पूरे दिन कुछ भी नहीं खाते, लेकिन यह तरीका हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होता। यदि आपको एसिडिटी, ब्लड शुगर की समस्या या पेट से जुड़ी कोई अन्य परेशानी है, तो थोड़े-थोड़े समय पर फल, दूध या ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें।
व्रत के दौरान पानी की कमी होना सामान्य समस्या है, खासकर जब लोग उपवास में कम पानी पीते हैं। इससे सिरदर्द, कमजोरी और चक्कर आने की समस्या हो सकती है। इसीलिए समय-समय पर पानी, नारियल पानी या नींबू पानी का सेवन करें।
व्रत के दौरान साबूदाना, आलू और शकरकंद जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक किया जाता है, जिससे शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा, कई लोग ज्यादा मात्रा में मिठाइयां या शक्कर युक्त पदार्थ खाते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यह ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकता है। इसलिए संतुलित आहार लें।
कई लोग व्रत में समा के चावल, साबूदाना खिचड़ी, कुट्टू के पकौड़े और तली हुई चीजें खाते हैं, जिससे पेट भारी हो सकता है। इससे पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए व्रत में हल्का और सुपाच्य भोजन लें।
व्रत के दौरान कुछ लोग एनर्जी बनाए रखने के लिए ज्यादा मात्रा में चाय और कॉफी पीते हैं, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ सकता है। चाय-कॉफी में मौजूद कैफीन से पेट में जलन हो सकती है और नींद की समस्या भी हो सकती है। इसके बजाय, हर्बल टी या गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीना बेहतर विकल्प है।
अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है, जैसे कि डायबिटीज, लो ब्लड प्रेशर या एसिडिटी, तो ज्यादा देर तक भूखा रहने से बचें। डॉक्टर की सलाह लेकर हल्के-फुल्के आहार का सेवन करें, ताकि आपकी सेहत प्रभावित न हो।
व्रत पूरा होने के बाद लोग भारी और तैलीय भोजन करने लगते हैं, जो सेहत के लिए सही नहीं होता। उपवास खोलते समय हल्के आहार, जैसे कि फल, दही, छाछ या सूप से शुरुआत करें। इससे पाचन तंत्र धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएगा और आपको पेट की कोई परेशानी नहीं होगी।
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