नई दिल्ली : भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है। इसका समापन सर्वपितृ अमावस्या के दिन होता है। 18 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत होने जा रही है। पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म के साथ-साथ दान का भी विशेष महत्व होता है। दान और श्राद्ध कर्म से पितरों को […]
नई दिल्ली : भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है। इसका समापन सर्वपितृ अमावस्या के दिन होता है। 18 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत होने जा रही है। पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म के साथ-साथ दान का भी विशेष महत्व होता है। दान और श्राद्ध कर्म से पितरों को मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि पितरों के नाम पर दान करने से व्यक्ति को 100 गुना अधिक फल मिलता है। अब आपको यह जान लेना चाहिए कि पितृ पक्ष में किन चीजों का दान करना वर्जित माना गया है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष में क्या दान करें और क्या नहीं।
पितृ पक्ष के दौरान ज़्यादातर लोग वस्त्र दान करते हैं। आप वस्त्र दान कर सकते हैं लेकिन ध्यान रखें कि वस्त्र पुराने न हों। सिर्फ़ नए वस्त्र ही दान करने चाहिए। साथ ही ऐसे वस्त्र खरीदें जिन्हें कोई भी आसानी से इस्तेमाल कर सके। हालाँकि, आपको भूलकर भी जूते-चप्पल दान नहीं करने चाहिए। ऐसा करने से आपका राहु प्रभावित हो सकता है और आपको राहु दोष का प्रकोप लग सकता है।
पितृ पक्ष के दौरान भूलकर भी लोहे के बर्तनों का दान नहीं करना चाहिए। दरअसल पितृ पक्ष के दौरान स्टील या चांदी के बर्तनों का दान करना शुभ माना जाता है। आप पितृ पक्ष के दौरान इन चीजों का दान कर सकते हैं। वहीं लोहे के बर्तनों का दान करने से आपको पितरों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है यानी आप पितृ दोष से ग्रसित हो सकते हैं।
मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान झाड़ू का दान करने से बचना चाहिए। दरअसल पितृ पक्ष के दौरान झाड़ू का दान करने से आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही पितृ पक्ष के दौरान घर में इस्तेमाल के लिए नई झाड़ू भी नहीं खरीदनी चाहिए।
पितृ पक्ष के दौरान तेल का दान भूल से भी ना करें। दरअसल ऐसा करने से आपके पूर्वज आपसे नाराज हो सकते हैं। इस बात का खास ध्यान रखें कि सरसों के तेल का दान भूलकर भी ना करें ।
1) पितृ पक्ष में अन्न का दान करना बहुत फलदायी होता है। आप चाहें तो गेहूं और चावल का दान कर सकते हैं। इनके अभाव में आप कोई अन्य अनाज दान कर सकते हैं। यह दान करते समय संकल्प लें। संकल्प लेकर दान करने का विशेष महत्व होता है।
2) पितृ पक्ष में आपको दो कपड़े अवश्य दान करने चाहिए। बस ध्यान रखें कि कपड़े एकदम नए हों। इसके अलावा आप चाहें तो सोना भी दान कर सकते हैं। सोना दान करना सबसे उत्तम दान माना जाता है। अपनी क्षमता के अनुसार आप सोना दान कर सकते हैं।
3) अगर कोई व्यक्ति आर्थिक रूप से संपन्न है तो उसे किसी जरूरतमंद व्यक्ति को जमीन या संपत्ति दान करनी चाहिए। यह दान करने से आपको कई गुना अधिक लाभ मिलता है, इस पुण्य का फल न केवल आपको बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी मिलता है।
4) शुद्ध देसी गाय का घी दान करना भी अच्छा माना जाता है। गाय के घी को किसी पात्र में रखकर दान करना शुभ और मंगलकारी माना जाता है। यह दान करने से घर में सुख, धन और समृद्धि का वास होता है। इसलिए पितृ पक्ष में आप इनमें से कोई भी चीज दान कर सकते हैं। इसका लाभ आपको कई पीढ़ियों तक मिलेगा।
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