नई दिल्ली: बसंत पंचमी के दिन को काफी शुभ माना जाता है खासकर बच्चों की शिक्षा के लिए। इसी वजह से भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस अवसर पर बच्चे पढाई-लिखाई का श्रीगणेश करते है। आज 26 जनवरी का दिन काफी शुभ है। दरअसल कहा जाता है कि ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती […]
नई दिल्ली: बसंत पंचमी के दिन को काफी शुभ माना जाता है खासकर बच्चों की शिक्षा के लिए। इसी वजह से भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस अवसर पर बच्चे पढाई-लिखाई का श्रीगणेश करते है। आज 26 जनवरी का दिन काफी शुभ है। दरअसल कहा जाता है कि ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की जिस पर कृपा होती है, उन्हें जीवन में हर जगह सफलता और मान-सम्मान की प्राप्ती होती है। कहते हैं कि उन लोगो की हर राह आसान हो जाती है।
बताया जाता है कि माघ शुक्ल की पंचमी तिथि को विद्या और बुद्धि की देवी माँ सरस्वती की आराधना की जाती है। यह उत्सव बसंत पंचमी कहलाता है। पारंपरिक तौर पर बात करे तो बसंत पंचमी विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
इस त्यौहार को श्रीपंचमी भी कहा जाता है। साल में आने वाले शुभ घड़ी में से एक होने के कारण इसे ‘अबूझ मुहूर्त’ भी कहा जाता है। इस मुहूर्त पर विवाह, निर्माण और अन्य काम करना शुभ माना जाता है। साधुओं और ज्ञानियों द्वारा बताया जाता है कि बसंत पंचमी यानी ऋतुओं के इस संधि काल को ज्ञान और विज्ञान दोनों का वरदान प्राप्त है।
इस दिन सुबह जल्दी उठना काफी शुभ माना जाता है। पीले रंग के कपड़े पहनकर माँ सरस्वती की मूर्ति को पूजा की जगह स्थापना करे। पूजा की जगह कोई भी पुस्तक या कोई भी कलात्मक चीज़ ज़रूर रखे। यह सब करने के बाद फूलो से सजी एक साफ़ थाली में कुमकुम, हल्दी और चावल से तैयार कर भगवान गणेश और माँ सरस्वती की पूजा करना शुरू करें।
– इस दिन परिवार के किसी सदस्यों के साथ झगड़ा नहीं करना चाहिए
– इस उत्सव पर पेड़-पौधों या फसल को काटना अशुभ माना गया है।
– इस दिन लहसुन-प्याज, मांसाहारी खाने से और मदिरापान का सेवन भी मना है।
– बसंत पंचमी के दिन पर बड़े-बुजुर्ग़ो का अपमान बिलकुल न करे
– इस शुभ पर्व पर धूम्रपान का सेवन भी मना है।