महाराष्ट्र में बड़ी धूम धाम से मनाए जाने वाले दो बड़े त्यौहार गणेशोत्सव और दही-हांडी कोरोना की भेंट चढ़ते नज़र आ रहे हैं. गणपति पांडाल और गोविंदा मंडल सरकार से त्यौहार मनाने के लिए कुछ छूट चाहते हैं पर सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर किसी भी तरह की रियायत देने को तैयार नहीं है.
कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी स्तर पर विभिन्न राज्य सरकारें संक्रमण से बचाव हेतु तमाम दिशा-निर्देशों का पालन करवा रही है. ऐसे में इस साल भी त्योहारों की रंगत फीकी ही पड़ती नज़र आ रही है. एक बार फिर महाराष्ट्र में बड़ी धूम धाम से मनाए जाने वाले दो बड़े त्यौहार गणेशोत्सव और दही-हांडी कोरोना की भेंट चढ़ते नज़र आ रहे हैं. गणपति पांडाल और गोविंदा मंडल सरकार से त्यौहार मनाने के लिए कुछ छूट चाहते हैं पर सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर किसी भी तरह की रियायत देने को तैयार नहीं है.
ऑफलाइन दर्शन पर बीएमसी कर रही चर्चा
ऐसे में जब सरकार दोनों ही उत्सवों को मानाने में किसी भी तरह की छूट देने के पक्ष में नज़र नहीं आ रही है तो इसपर गणेश मंडलों ने गणपति पंडाल के ऑफलाइन दर्शन की मांग की है. इसपर बीएमसी सीनियर पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर फैसला लेगी. बता दें कि गणेशोत्सव को लेकर कुछ दिन पहले ही गणेश मंडलों के प्रतिनिधि बीएमसी और मुंबई पुलिस से मिले थे, जहाँ यह फैसला लिया गया की पिछले साल की तरह ही इस साल भी तमाम कोरोना प्रोटोकॉल्स के साथ गणेश उत्सव मनाया जाएगा.