नई दिल्ली: आज महापर्व छठ(Chhath Puja 2023) का तीसरा दिन है और हर घाट ऐसे ही भक्ति गीतों से गूंजेगा। आज भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। आज लोग छठ डाला लेकर नदियों, तालाबों, झीलों आदि के किनारे बने घाटों पर पहुंचेंगे, जहां व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय पूरी श्रद्धा के साथ पहला अर्घ्य […]
नई दिल्ली: आज महापर्व छठ(Chhath Puja 2023) का तीसरा दिन है और हर घाट ऐसे ही भक्ति गीतों से गूंजेगा। आज भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। आज लोग छठ डाला लेकर नदियों, तालाबों, झीलों आदि के किनारे बने घाटों पर पहुंचेंगे, जहां व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय पूरी श्रद्धा के साथ पहला अर्घ्य देंगी, पानी में खड़े होकर व्रती सूर्य को जल अर्पित करेंगे। ठेकुआ, गन्ना और अन्य प्रसाद सामग्री से भगवान से प्रार्थना की और अपने बच्चों की लंबी उम्र के साथ परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
• सूर्य देव को इस विधि से दें पहला अर्घ्य
• छठ व्रत के तीसरे दिन घाट पर जाने से पहले बांस डाला को अच्छे से सजा लें
• डाला में सभी फल, प्रसाद और अन्य पूजा सामग्री रखें
• सारा प्रसाद सूप में रख लें और सूप में ही दीपक जला दें
• इसके बाद परिवार के किसी सदस्य को डाला को अपने सिर पर रखकर तालाब या नदी ले घाट तक ले जाना चाहिए
• फिर घाट पर पहुंचकर नदी के किनारे रख दें और गन्ने को अच्छी तरह से रख दें
• व्रत करने वाली महिलाओं को केवल सूती साड़ी पहननी चाहिए और पुरुषों को धोती पहनकर ही छठ की पूजा करनी चाहिए
• सूर्यास्त के समय व्रती जल में प्रवेश करें
• फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें और परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना करें
• पूजा की सामग्री जैसे दाल, सूप आदि को जल से अवश्य स्पर्श करें।
• ॐ मित्राय नमः
• ॐ रविये नमः
• ॐ सूर्याय नमः
• ॐ आदित्याय नम:
• ॐ सवित्रे नमः।
• ॐ भास्कराय नम:
• ॐ श्री सवित्री सूर्यनारायणाय नमः
• ॐ सूर्याय नमः
• ॐ भास्कराय नम:
रविवार 19 नवंबर को व्रती महिलाएं सूर्य देव को पहला अर्घ्य देंगी। छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य की पूजा करने की परंपरा है। ऐसे में आपको बता दें कि रविवार को सूर्यास्त का समय शाम 5.25 बजे होगा।
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