नई दिल्ली. हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसे लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे, लेकिन घबराने वाली […]
नई दिल्ली. हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसे लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे, लेकिन घबराने वाली कोई बात नहीं है आप बस ग्रहण काल के दौरान भगवान के मंत्रो का जाप करें. भारत में आंशिक सूर्यग्रहण लगने वाला है, लेकिन इसका असर देश भर में देखने को मिलेगा.
सूर्य ग्रहण के चलते मंगलवार को उत्तराखंड के चारों धाम के कपाट बंद कर दिए गए हैं, अब सभी धामों के कपाट शाम को ग्रहण काल के खत्म होने के बाद ही खुलेंगे. मंदिर खुलने से पहले साफ सफाई की जाएगी और उसके बाद ही श्रद्धुलाओं के लिए धाम के कपाट खोले जाएंगे. सूर्य ग्रहण के दौरान श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन की इजाज़त भी नहीं होगी. बता दें कि 19 नवंबर को बद्रीनाथ और 27 अक्टूबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो रहे हैं. वहीं, 26 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट ठंड की वजह से बंद कर दिए जाएंगे.
सूर्य ग्रहण के सूतक काल के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किए गए हैं, बता दें कि गंगोत्री धाम में सुबह 7 बजे गंगा आरती के बाद कपाट सूतक काल के चलते गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष और अन्य तीर्थ पुरोहितों ने बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा यमुनोत्री धाम के कपाट भी सूतक काल के चलते बंद कर दिए गए हैं, उत्तरकाशी के विश्वनाथ मंदिर और अन्य मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं.
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