Chandra Grahan 2022 : हर बार पूर्णिमा के दिन ही क्यों लगता है चंद्र ग्रहण ?

नई दिल्ली. आठ नवंबर को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है, ये ग्रहण देव दीपावली के दिन लगने वाला है. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है, ये चंद्र ग्रहण भारत में नज़र आएगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा. ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, किसी भी ग्रहण का लोगों के जीवन पर नकारात्मक […]

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Chandra Grahan 2022 : हर बार पूर्णिमा के दिन ही क्यों लगता है चंद्र ग्रहण ?

Aanchal Pandey

  • November 4, 2022 9:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. आठ नवंबर को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है, ये ग्रहण देव दीपावली के दिन लगने वाला है. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है, ये चंद्र ग्रहण भारत में नज़र आएगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा.

ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, किसी भी ग्रहण का लोगों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे पहले 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगा था और 15 दिन के भीतर ही ये दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है, अब अगर ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 15 दिन के भीतर दो ग्रहण होना शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में कुछ राशियों पर साल का अंतिम चंद्र ग्रहण अशुभ प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कुम्भ राशि के जातकों के लिए ये ग्रहण बहुत ही शुभ है.

चंद्र ग्रहण का समय

साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक 8 नवंबर, मंगलवार, को करीब 5:32 से शुरू होगा और सायं 7:27 बजे तक रहेगा.

सूतक काल

चंद्र ग्रहण का सूतक काल नौ घंटे पहले से शुरू हो जाता है, इसलिए इस दिन सूतक काल सुबह 9 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा, बता दें साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा इसीलिए इसका सूतक काल मान्य होगा.

इसलिए पूर्णिमा पर लगता है ग्रहण

जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है और तीनों के एक ही सीध में आ जाते हैं, ऐसे में चंद्रमा तक सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाती ऐसी घटना को चंद्र ग्रहण ​कहा जाता है. विज्ञान के मुताबिक, जब भी चंद्रमा पृथ्‍वी की छाया में आता है, तो वह पूर्णिमा का दिन होता है. पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने का कारण है सूर्य, पृथ्‍वी और चंद्रमा का एक ही सीध में होना, इसीलिए चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है.

 

 

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