Chandra Grahan January 2020: चंद्र ग्रहण आज रात 10 बजकर 38 मिनट पर लगेगा, जबकि 11 जनवरी को रात 2 बजकर 42 मिनट पर होगा. कहा जा रहा है कि इस दौरान मिथुन सहित कई राशियों के व्यक्तियों पर कई तरह का प्रभाव देखने को मिल सकता है. इसके अलावा गर्भवाती महिलाओं को भी इस दौरान कई तरह के एहतियायत बरतना पड़ेगा.
नई दिल्ली. Chandra Grahan January 2020: साल के पहले चंद्र ग्रहण लगने में कुछ ही घंटे बाकि हैं. चंद्र ग्रहण वैसे तो एक वेज्ञानिक घटना है, लेकिन भारतीय संस्कृति में इसके कई तरह की मान्यताएं हैं. कहा जाता है चंद्र ग्रहण एक खगोलिय घटना है. जब चंद्रमा पृथ्वी के पीछे आ जाता है तब चंद्र ग्रहण लगता है. किसी के लिए चंद्र ग्रहण शुभ होता है तो किसी के लिए अशुभ, लेकिन ऐसी बहुत से काम हैं जिन्हें हमें चंद्र ग्रहण के समय नहीं करना चाहिए. इस यानी कि 2020 में कुल 6 ग्रहण लगेंगे. इनमें सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों शामिल है.
हिंदू सनातम धर्म में मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों को नहीं करना चाहिए और न ही देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को स्पर्श किया जाता है. कहा जाता है कि अगर इस दिन कोई भी व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके जीवन में कई तरह की घटनाएं घट सकती है जिससे उसे आर्थिक और मानसिक हानि हो सकती है. इसके अलावा चंद्र ग्रहण का प्रभाव व्यक्ति पर राशि के हिसाब से भी पड़ता है.
राशि के अनुसार चंद्र ग्रहण 2020 का यह होता है प्रभाव-
पौराणिक मान्यता है कि समुंद्र मंथन के दौरान देवों और राक्षसों के बीच अमृत को लेकर लड़ाई हुई. जिसके बाद भगवान विष्णु ने मोहिनी रुप धारण किया और देवों और राक्षसों को अलग-अलग बैठा दिया. लेकिन राक्षस छल करके देवों की लाइन में आ गयें और अमृत पी लिया. राक्षसों को ऐसा करते चंद्रमा और सूर्य ने देख लिया. जिसके बाद वो नाराज होकर इसकी जानकारी भगवान विष्णु को दिये और भगवान विष्णु ने आसुरों को सुदर्शन चक्र से धड़ अलग कर दिया. लेकिन राक्षसों की मृत्यु होने की बजाय शरीर वाला भाग राहु से मिल गया, जबकि धंड़ वाला भाग केतू से मिल गया.
चंद्र ग्रहण 2020 का समय-
चंद्र ग्रहण आज यानी कि 10 जनवरी को शाम 10 बजकर 38 मिनट पर शुरू होगा, जबकि 11 जनवरी को रात 2 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगा. चंद्र ग्रहण कुल 4 घंटे 06 मिनट का होगा. जिसका असर भारत, यूरोप सहित अन्य देशों में देखने को मिलेगा.
चंद्र ग्रहण 2020 सूतक काल क्या होता है-
सूतक चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के समय हर बार लगता है. मान्यता है कि अगर चंद्र ग्रहण के दौरान किसी घर में अगर बच्चा पैदा होता है तो उस परिवार को सूतक विधि-विधान के साथ पूरा कार्य पूरा करना होता है. कहा जाता है कि सूतन के दौरान मंदिरों के कपाट आदि भी बंद कर दिये जाते हैं.
इन राशि वाले व्यक्तियों पर होगा ज्यादा प्रभाव
चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव मिथुन राशि वालें व्यक्तियों पर पड़ेगा. इसलिए मिथुन राशि वाले व्यक्तियों को इस दौरान विशेष ध्यान रखना पड़ता है. इसके अवाला गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए और न ही इस दौरान अन्न का सेवन करना चाहिए. गर्भवता महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान साथ में नारियल जरूर लगना चाहिए.
ग्रहण के दौरान नर और मादा को ये काम नहीं करना चाहिए
भारत में पौराणिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान नर और मादा को संभोग भी नहीं करना चाहिए. मान्यताएं हैं कि ऐसा करने से परिवारिक जीवन सुखी नहीं रहता है और गर्भ धारण की संभावनाएं ज्यादा रहती है.
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