Chandra Grahan 2020: साल का आखिरी चंद्रगहण कब व किस समय लगेगा जानिएं यहां, साथ ही जानें चंद्रगहण का प्रभाव

Chandra Grahan 2020: 30 नवंबर 2020 के चंद्रगहण में नहीं लगेगा सूतक क्योंकि यह उपच्छाया चंद्रगहण माना जा रहा हैं। बस यह मानव पीड़ादायक रहेगा इसलिए कोई भी शुभ कार्य ना करें। इस प्रकार चंद्रगहण का प्रभाव कम देखने को मिलेगा।

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Chandra Grahan 2020: साल का आखिरी चंद्रगहण कब व किस समय लगेगा जानिएं यहां, साथ ही जानें चंद्रगहण का प्रभाव

Aanchal Pandey

  • November 19, 2020 11:14 am Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

नई दिल्ली:  साल 2020 का आखिरी चंद्रगहण 30 नवंबर को लगेगा। बड़े ज्योतिषियों के अनुसार चंद्रगहण वृषभ राशि व रोहिणी नक्षत्र में लगेगा। साथ ही सूतक लगने की कोई गूंजाइश नहीं हैं लेकिन चंद्र के मालिन्य होने से सभी राशियों पर प्रभाव विभिन्न रुपों में पड़ेगा। वहीं साल का आखिरी चंद्रगहण भारत, एशिया, आस्ट्रेलिया व अमेरिका, प्रशांत महासागर में दिखाई पड़ेगा।

13 नवंबर 2020 के चंद्रगहण में सूतक काल नहीं माना जाएगा क्योंकि इस बार उपच्छाया चंद्र गहण लगेगा। वहीं यदि आप कोई शुभ कार्य कर रहें हैं तो ना करें क्योंकि यह ग्रहण मानव पीड़ादायक माना जाता हैं। बस आप भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करतें रहें। जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रगहण उपच्छाया होगा। आइए हम आपको बताते हैं चंद्रगहण लगने का समय व प्रभाव।

चंद्रगहण की समय व तारीख

-30 नवंबर 2020 का चंद्रगहण उपच्छाया रहेगा।

-उपच्छाया का पहला स्पर्श दोपहर के 1:04 पर होगा।

-वहीं ठीक 3:13 पर परमग्रास चंद्रगहण रहने का समय होगा।

-अंतिम स्पर्श शाम 5:22 पर रहेगा जिसके साथ ही आखिरी चंद्रगहण स्माप्त होगा।

30 नवंबर 2020 चंद्रगहण प्रभाव

ज्योतिषियों की मानें तो चंदग्रहण को मन-मस्तिष्क, द्रव्य व माता का कारक माना जाता हैं। यानि की चंद्रगहण मानव पर सीधा असर डालता हैं। चंद्रगहण के समय के दौरान वृष राशि वालों को संभल कर रहना चाहिए अन्यथा धन संबंधी परेशानी, सेहत संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं। ग्रहण के समय मुश्किलों से बचने का एकमात्र उपाय भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप व पूजा करना हैं। वहीं यदि आप पीली वस्तुओं का दान करेगें तो उपरी समस्याओं का हल किया जा सकता हैं। वहीं मान्यता हैं कि चंद्रमा को ग्रहण के समय पीड़ा से गुजरना पड़ता हैं जो कि मानव जीवन के लिए अशुभ संकेत के सूचक हैं।

क्या होता हैं उपच्छाया चंद्रगहण

30 नवंबर को लगने वाला चंद्रगहण उपच्छाया वाला रहेगा। यानि की पृथ्वी की वास्तविक छाया न आकार उपच्छाया से वापस लौटेगा। इस क्रिया सें चांद के आकार में कोई बदलावा नहीं होता बस एक हल्की सी परत चांद पर आ जाती हैं। इसलिए आप घबराएं ना आखिरी चंद्रगहण प्रभावशाली नहीं होगा। बस शुभ कार्य इस समय पर ना ही करतो उचित होगा।

साल 2020 का आखिरी सूर्यग्रहण तारीख व समय

साल 2020 का आखिरी चंद्रगहण 30 नवंबर को लगेगा। वहीं दूसरी ओर 14 दिसंबर को आखिरी सूर्यग्रहण लगना माना जा रहा हैं। लेकिन यह सूर्यग्रहण भारत में ना होकर केवल पैसेफिक, अंटार्कटिका, साउथ अमेरिका में दिखाई देगा। जानकारी के लिए बता दें कि सूर्यग्रहण का समय 07:03 से शुरु होकर अगले दिन रात 12:00 बजे तक रहेगा।

 

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