नई दिल्ली. Chandra Grahan 2019: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण इस बार 16 जुलाई 2019 यानी कल मंगलवार को पड़ेगा. यह चंद्रग्रहण रात में 1 बजकर 31 मिनट से शुरू होगा और 4 बजकर 30 मिनट पर खत्म हो जाएगा. वहीं 16 जुलाई को 4 बजकर 25 मिनट से सूतक शुरू हो जाएगा और 17 जुलाई को सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर खत्म हो जाएगा. चंद्र ग्रहण पूरे 2 घंटे 58 मिटन पड़ेगा. बता दें कि चंद्र ग्रहण के समय यू तो कई कामों को करने की मनाही है लेकिन भोजन करना मुख्य रुप से वर्चित माना गया है. कहा जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान मनुष्य अन्न के जितने दाने ग्रहण करता है, उसे उतने ही वर्षों तक नरक भोगना पड़ता है. हालांकि बुजर्गों, बच्चों और रोगियों को कुछ रियायत भी दी गई है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन क्यों नहीं करना चाहिए? यदि कोई भोजन करता है तो उसे भविष्य में कैसे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं?
भोजन करने पर नष्ट हो जाते हैं सारे पुण्य
हिंदू धर्म में ग्रहण चाहे सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्र ग्रहण उसकी अवधि चाहे आंशिक हो या पूर्ण उसे अशुभ ही माना गया है. यही वजह की ग्रहण के दौरान भोजन करने पर सख्त मनाही है. स्कंद पुराण के अनुसार यदि कोई व्यक्ति ग्रहण काल के दौरान भोजन करता है तो उसके सार शुभ कर्म, सारे पुण्य नष्ट हो जाते हैं.
बुजुर्गों, बच्चों और रोगियों को मिली है एक प्रहर की छूट
बता दें कि वैसे तो चंद्र ग्रहण के दौरान किसी को कुछ भी खाने पर मनाही है, लेकिन बुजुर्गों, बालक और रोगियों को कुछ छूट दी गई है. कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान उक्त तीनों में से यानी बुजर्ग, बालक और रोगी चंद्र ग्रहण से एक प्रहर पूर्व यानी कि 3 घंटे पहले भोजन कर सकते हैं.
ग्रहण के दौरान तेजी से फैलते हैं कीटाणु
ज्योतिषियों के मुताबिक चंद्र ग्रहण के दौरान कीटाणु बहुत ही तेजी से फैलते हैं. ऐसे में उस दौरान किया गया भोजन जहर बन जाता है. ग्रहण के दौरान भोजन करने से व्यक्ति को इस जन्म में तो कई तरह की बीमारियों का सामना करना ही पड़ता है. साथ ही अगले जन्म मे भी उसे कई तरह की पीड़ा का भोग करना पड़ता है.
ग्रहण के दौरान भोजन करने से नष्ट हो जाती है जागरूकता
कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान खाया भोजन जहर में बदल जाता है. इसके पीछे कारण यह है कि चंद्रमा का एक चक्र जो कि 28 दिनों का होता है वह ग्रहण के समय कुछ ही घंटों में घटित हो जाता है. यानी कि उर्जा के अर्थों में पृथ्वी की ऊर्जा गलती से इस चंद्र ग्रहण को चंद्रमा का एक पूरा चक्र समझ लेती है. इससे पृथ्वी पर कोई भी चीज जल्दी से खराब होने लगती है. यही वजह है कि ग्रहण के दौरान खाया हुआ भोजन जहर बन जाता है. हालांकि इससे मौत तो नहीं होती, लेकिन इससे शरीर की जागरूकता धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है. व्यक्ति के शरीर की ऊर्जा तकरीबन 28 दिन कम हो जाती है. यही वजह है कि ग्रहण के दौरान भोजन करने पर मनाही है.
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Md saihan kahn