Chandra Grahan 2018: 27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 2018 लगने जा रहा है. ब्लडमून 2018 के नाम से जाने जाना वाला ये चंद्रग्रहण 2018 शुक्रवार की रात 10 बजकर 55 मिनट पर शुरु होगा जो 28 जुलाई की सुबह 3.54 पर खत्म होगा. इस बार चंद्रग्रहण 2018 पर सूतक दोपहर 2 बजे से शुरू हो होगा. 104 साल बाद सबसे लंबा चंद्रग्रहण को खुली आंखों से भी देखा जा सकेगा.
नई दिल्ली. इस साल सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 2018 27 जुलाई को लगने जा रहा है. गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा सबसे बड़ा चंद्रग्रहण शुकवार रात 10.55 पर शुरु होकर 3.54 बजे तक लगेगा. 104 साल बाद पड़ रहा ये चंद्रग्रहण काफी मायनों में कई मायनों में खास है. पूरे भारत में इस चंद्रग्रहण खुली आंखो से देखा जा सकेगा. लेकिन टेलिस्कोप से इस चंद्रग्रहण को देखने पर ये और भी खूबसूरत दिखाई देगा. दोपहर 2 बजे से चंद्रग्रहण का सूतक शुरु होगा.
सूतक काल का हिंदू धर्म में खास महत्व माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण दिखाई देने पर सूतक के कई मायने होते हैं. चंद्र ग्रहण में सूतक के प्रभाव का समय 9 घंटे का हो जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक, ग्रहण लगने पर सूतक द्वारा नेगेटिव एनर्जी का संचार होता है, इसलिए इस दौरान कोई भी धार्मिक या शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
चंद्रग्रहण साल 2018 की शुरुआत में 31 जनवरी को लगा था. 27 जुलाई को लगने वाले सबसे लंबे चंद्रग्रहण 2018 को ब्लडमून 2018 भी कहा जाता है. चंद्रग्रहण के समय जब सूरज और चांद के बीच पृथ्वी आती हैं तो सूरज की रोशनी छुपती है. जिस वजह से पृथ्वी की छाया से चांद पूरा या फिर आधा ढ़क जाता है जिस वजह से चांद लाल नजर आने लगता है.
तब पूर्ण चंदग्रहण होता हैं और इसे ही ब्लडमून कहते है. बल्डमून 2018 के दौरान चांद बेहद खूबसूरत नजर आता है. लंबे समय बाद चांद इस रुप में नजर आने वाला है. हिंदु धर्म के अनुसार, चंद्रग्रहण 2018 का सूतक लगने से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाना काफी लाभदायक है.
Chandra Grahan 2018: 27 या 28 जुलाई को लेकर संशय में न रहें, ये है चंद्र ग्रहण का पूरा और सटीक समय
104 साल बाद 27 जुलाई को सबसे लंबा चंद्रग्रहण 2018, इन 2 राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव