नई दिल्ली: कार्तिक पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन को पवित्रता, पूजा और दान के लिए उत्तम माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए विशेष उपायों से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर तीन […]
नई दिल्ली: कार्तिक पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन को पवित्रता, पूजा और दान के लिए उत्तम माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए विशेष उपायों से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर तीन खास योग बन रहे हैं, जिनकी वजह से यह दिन और भी विशेष बन गया है।
कार्तिक पूर्णिमा हिंदू पंचांग के कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। इसे देव दीपावली के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवताओं का दीपावली उत्सव होता है। इस दिन गंगा स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व होता है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को मनाई जाएगी।
1. सर्वार्थ सिद्धि योग – यह योग किसी भी कार्य में सफलता दिलाने वाला माना जाता है। इस योग में किए गए धार्मिक कार्य विशेष फलदायी होते हैं।
2. अमृत सिद्धि योग– इस योग को शुभ मानते हैं और कहा जाता है कि इस दौरान किए गए दान और पूजा कई गुना फल प्रदान करते हैं।
3. रवि योग– इस योग में सूर्य की विशेष कृपा मानी जाती है, जिससे किए गए कार्यों में शुभता और सफलता मिलती है।
1. गंगा जल का स्नान – कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करना अत्यंत शुभ माना गया है। यह न केवल शरीर को पवित्र करता है बल्कि मन की शांति भी प्रदान करता है।
2. मां लक्ष्मी की पूजा – इस दिन लक्ष्मी जी का पूजन विशेष फलदायी होता है। लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ और दीप जलाना, घर में समृद्धि लाने में सहायक होता है।
3. दान और दीपदान – कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान का अत्यधिक महत्व है। माना जाता है कि नदी में दीप प्रवाहित करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। इसके अलावा वस्त्र, अन्न, और धन का दान करना भी शुभ माना जाता है।
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