नई दिल्ली : इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा 23 मई 2024 को मनाई जाएगी. ये बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे बुद्ध जयंती भी कहा जाता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी शुभ दिन पर गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. उनके जीवन में तीन अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं: पहली- उनका जन्म, दूसरी- ज्ञानोदय, और तीसरी- मुक्ति, ये सभी एक ही तिथि पर आते है.
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भारत के अलावा कई देशों में बुद्ध पूर्णिमा बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. इस शुभ दिन पर हर कोई भगवान बुद्ध की पूजा करता है और ज्ञान और बुद्धि के लिए प्रार्थना करता है. बता दें कि इस समय बौद्ध मंदिरों में दान का विशेष महत्व है. इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को ज्ञान की प्राप्ति होती है. बुद्ध पूर्णिमा पर सभी को पवित्र ग्रंथ का पाठ करना चाहिए. तो ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन का महत्व और पूजा का शुभ समय….
Buddha Meditation
बुद्ध पूर्णिमा तिथि 22 मई की शाम 6 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगी. इस तिथि का समापन 23 मई गुरुवार के दिन शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा. इसके अनुसार वैशाख पूर्णिमा 23 मई को होगी, इसलिए बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी.
बुद्ध पूर्णिमा पर शुभ फल की प्राप्ति के लिए कुछ खास उपाय किये जाते है. इस दिन चीनी-चावल को दूध में मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें और ऊं स्त्रां स्त्रीं स्त्रं स: चंद्रमसे नम: मंत्र का जाप करें. इस दिन वैशाख पूर्णिमा है, माना जाता है कि इस दिन लक्ष्मी जी पीपल पर वास करती है इसलिए सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएं. इसके बाद 7 बार परिक्रमा भी करें। ऐसा करने से धन संबंधित परेशानियां दूर होती है.
1. बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण की कथा करें.
2. इस दौरान पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है, इससे सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है.
3. शास्त्रों के मुताबिक इस दिन जल से भरा कलश और पकवान दान करना शुभ होता है, इससे पुण्य फल प्राप्त होता है.
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