Bhai dooj 2022: 50 सालों बाद भाई दूज पर बन रहा ये ख़ास संयोग

नई दिल्ली. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वित्तीया तिथि को भाई दूज मनाई जाती है अब अगर हिंदू पंचांग की मानें तो, इस बार द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगी, बता दें भाई […]

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Bhai dooj 2022: 50 सालों बाद भाई दूज पर बन रहा ये ख़ास संयोग

Aanchal Pandey

  • October 26, 2022 6:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वित्तीया तिथि को भाई दूज मनाई जाती है अब अगर हिंदू पंचांग की मानें तो, इस बार द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगी, बता दें भाई दूज का त्योहार दोपहर को मनाया जाता है ऐसे में 26 और 27 अक्टूबर दोनों ही दिन भाई दूज मनाया जा सकता है. हालांकि, जो लोग उदयातिथि के अनुसार त्योहार मनाना चाहते हैं वह 27 अक्टूबर को ही भाई दूज मनाने वाले हैं ऐसे में इस बार देश भर में भाई दूज दो दिन यानी की 26 और 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी. ज्योतिषविदों के मुताबिक, 50 साल बाद सूर्य ग्रहण के अगले ही दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जा रहा है.

संयोग

ज्योतिषविदों का कहना है कि भाई दूज के त्योहार पर इस बार तीन प्रमुख ग्रह अपनी-अपनी राशि में रहने वाले हैं, जिसके मुताबिक वक्री गुरु मीन राशि में, शुक्र तुला राशि में और शनि मकर राशि में विद्यमान है. तीन बड़े ग्रहों के स्वराशि में होने से इस साल भाई दूज के इस त्यौहार का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है.

न करें ये गलतियां

  • भाई दूज के दिन भाई अपनी बहन के घर जाते हैं और उनसे भाग्योदय के लिए तिलक करवाते हैं, कहा जाता है कि इस दिन भाई को बहन के होते हुए अपने घर में भोजन नहीं करना चाहिए.
  • भाई दूज के दिन भाई का तिलक करते समय ध्यान रखें कि भाई का चेहरा उत्तर या उत्तर-पश्चिम में से किसी एक दिशा में होना चाहिए. जबकि बहन का चेहरा उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में ही होना चाहिए, इसके अलावा आप तिलक के लिए और कोई दिशा न चुने.
  • भाई दूज के दिन भाई को अपनी बहनों से कोई झूठ नहीं बोलना चाहिए. कहा जाता है कि इस दिन ऐसा करना अशुभ होता है.
  • भाई दूज के दिन आपको नॉनवेज यानी की मांसाहारी खाने से परहेज करना चाहिए.
  • भाई दूज पर भाई को तिलक करने से पहले बहन को अन्न का एक दाना भी ग्रहण नहीं करना चाहिए, बेहतर होगा कि इस दिन आप अपने भाई की पसंद का ही कोई स्वादिष्ट व्यंजन बनाएं.

 

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