नई दिल्ली. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वित्तीया तिथि को भाई दूज मनाई जाती है अब अगर हिंदू पंचांग की मानें तो, इस बार द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगी, बता दें भाई […]
नई दिल्ली. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वित्तीया तिथि को भाई दूज मनाई जाती है अब अगर हिंदू पंचांग की मानें तो, इस बार द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगी, बता दें भाई दूज का त्योहार दोपहर को मनाया जाता है ऐसे में 26 और 27 अक्टूबर दोनों ही दिन भाई दूज मनाया जा सकता है. हालांकि, जो लोग उदयातिथि के अनुसार त्योहार मनाना चाहते हैं वह 27 अक्टूबर को ही भाई दूज मनाने वाले हैं ऐसे में इस बार देश भर में भाई दूज दो दिन यानी की 26 और 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी. ज्योतिषविदों के मुताबिक, 50 साल बाद सूर्य ग्रहण के अगले ही दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जा रहा है.
ज्योतिषविदों का कहना है कि भाई दूज के त्योहार पर इस बार तीन प्रमुख ग्रह अपनी-अपनी राशि में रहने वाले हैं, जिसके मुताबिक वक्री गुरु मीन राशि में, शुक्र तुला राशि में और शनि मकर राशि में विद्यमान है. तीन बड़े ग्रहों के स्वराशि में होने से इस साल भाई दूज के इस त्यौहार का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है.
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